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10 साल...10वीं पास...नौकर की ऐसी साजिश कि उड़ गए पुलिस के होश - servant had killed

अजमेर में क्रिश्चियन गंज थाना क्षेत्र में 82 वर्षीय बुजुर्ग महिला (Elderly Woman) को संपत्ति के लालच में कार में जलाकर मारने की कोशिश के आरोप में उसके नौकर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. घटना 24 फरवरी 2021 की है. इस मामले में आरोपी ने बुजुर्ग महिला की संपत्ति (Property) हड़पने के लिए अन्य 14 लोगों के साथ मिलकर साजिश (Conspiracy) रची थी. पुलिस साजिश में शामिल अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार करने की तैयारी कर रही है.

conspiracy to kill woman
संपत्ति के लालच में हत्या
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Published : Aug 2, 2021, 5:20 PM IST

अजमेर. बुजुर्ग महिला को कार में जलाकर मारने के प्रयास में उसी के नौकर सौराज उर्फ शिवराज गुर्जर को अजमेर पुलिस (Ajmer Police) ने गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक 24 फरवरी 2021 क्रिश्चियन गंज क्षेत्र में एक कार में आग लगने की घटना हुई थी, जिसमें एक 82 वर्षीय बुजुर्ग महिला मधु गुप्ता गंभीर रूप से झुलस गई थी.

मामले में 5 मार्च को बुजुर्ग महिला के पुत्र राजीव गुप्ता ने थाना क्रिश्चियन गंज में प्रकरण दर्ज करवाया था. जिसमें उन्होंने अपनी माता मधु गुप्ता को राज गुर्जर की ओर से संपत्ति के लालच में जलाकर मारने का प्रयास करने का आरोप लगाया था.

विश्वास में घात...

इस मामले में क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की तफ्तीश शुरू की थी. पुलिस ने सीसीटीवी कैमरा फुटेज सहित 82 वर्षीय महिला की संपत्तियों से संबंधित दस्तावेजों की जांच की तो पुलिस को सौराज पर शक हुआ. पुलिस का शक उस वक्त सच में बदल गया जब मोहन सिंह रावत नाम के एक ग्रामीण ने पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारी दी.

दरअसल, बुजुर्ग महिला मधु गुप्ता मोहन सिंह रावत को अपनी माकड़वाली स्थित कृषि भूमि बेचना चाहती थी, लेकिन बुजुर्ग महिला मधु गुप्ता के नौकर सौराज गुर्जर ने मोहन सिंह रावत को जमीन नहीं खरीदने के लिए धमकाया था. इस आधार पर पुलिस ने आरोपी गेगल के समीप गुढा गांव निवासी सौराज गुर्जर उर्फ शिवराज को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में वारदात से जुड़े कई महत्वपूर्ण सुराग और साक्ष्य पुलिस के हाथ लगे हैं, जिसमें यह सिद्ध हो रहा है कि आरोपी ने महिला को संपत्ति के लालच में जलाकर मारने की कोशिश की.

पढ़ें : उदयपुर में ACB की बड़ी कार्रवाई, 10 हजार की रिश्वत लेते ग्रामीण कोषालय का AAO ट्रैप

तीन बेटे होने के बाद भी रहती थी अलग : 82 वर्षीय बुजुर्ग महिला के तीन बेटे हैं. इनमें एक अजमेर में गोविंदपुरम समारोह के समीप रहता था. दूसरा जयपुर और तीसरा मुंबई में रहता था. बुजुर्ग महिला मधु गुप्ता सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहती थीं, साथ ही जमीनों की खरीद और बेचान का कार्य भी करती थीं. बुजुर्ग महिला की तीन स्थानों पर जमीन थी, जहां देखरेख करने के लिए वह सौराज को अपने साथ लेकर जाती थी.

बुजुर्ग महिला मधु गुप्ता को विश्वास में लेकर आरोपी सौराज ने माकड़वाली, मानपुरा, दादेरी की जमीनों की उससे पावर ऑफ एटॉर्नी ले ली और जमीनों को अपने रिश्तेदारों के नाम करवा दिया. इतना ही नहीं, आरोपी ने बुजुर्ग महिला की आईडी से फोन सिम ले ली. साथ ही महिला के चेक से अपने खाते में 43 लाख रुपये की राशि निकाल ली. यह हेरा-फेरी उसने 2020 में उस वक्त की जब बुजुर्ग महिला का पति रमेश चंद गुप्ता जीवित थे. रमेश चंद्र गुप्ता की मौत के बाद बुजुर्ग महिला और भी अधिक सौराज पर विश्वास करने लगी थी.

वारदात के दिन आरोपी वैन की जगह लाया था पुरानी कार : 24 फरवरी को साजिश के तहत आरोपी वैन की जगह एक पुरानी कार ले कर आया था. जिसमें एलपीजी लगा हुआ था. आरोपी बुजुर्ग महिला को इधर-उधर घुमाने के लिए वैन लेकर आता था. यह पुरानी कार उसने किससे ली, पुलिस इस बात की भी पड़ताल कर रही है. माना जा रहा है कि कार में आग लगने के बाद आरोपी सौराज गुर्जर दूर जाकर खड़ा हो गया. इस दौरान दो पड़ोसी युवकों ने बुजुर्ग महिला को जलती हुई कार से बाहर निकाला, तब दूर से देख रहा आरोपी समय पाया और बुजुर्ग महिला को अस्पताल लेकर गया. बुजुर्ग महिला की जान बच गई, लेकिन इस वारदात में उसके दोनों हाथों की अंगुलियां जल गईं. उपचार के दौरान महिला के दोनों हाथों की उंगलियों को काटना पड़ा.

यूं हुआ वारदात का खुलासा : बुजुर्ग महिला मधु गुप्ता ने माकड़वाली स्थित कृषि भूमि की डील एक ग्रामीण मोहन सिंह रावत से की थी. उस भूमि की रजिस्ट्री होनी थी, लेकिन उस भूमि को पहले ही पावर ऑफ अटॉर्नी के जरिए आरोपी अपने रिश्तेदार के नाम कर चुका था. ऐसे में भांडा फूटने के डर से उसने बुजुर्ग महिला को मारने की योजना बनाई और सोची-समझी साजिश के तहत अन्य आरोपियों के सहयोग से उसने वारदात को अंजाम दिया. लेकिन गनीमत रही कि बुजुर्ग महिला मधु गुप्ता की जान बच गई.

जानकारी यह भी है कि आरोपी ने महिला की तीन कृषि भूमियों को अपने रिश्तेदारों के नाम करवा दिया था. बुजुर्ग महिला के चेक से अपने खाते में रकम लेकर अपने रिश्तेदारों के खाते में डलवा दी थी और उस रकम को वापस अपने खाते में डलवा लिया, ताकि किसी को शक ना हो. आरोपी महिला बुजुर्ग के मरने का ही इंतजार कर रहा था, ताकि उसके मरने के बाद जमीन और रुपया उसके नाम हो सके.

दरअसल, आरोपी सौराज गुर्जर उर्फ शिवराज बुजुर्ग महिला मधु गुप्ता को 10 वर्षों से जानता था. साथ ही उसे यह भी जानकारी थी कि महिला को संभालने के लिए उसका कोई अपना उसके पास नहीं आता है.

अजमेर. बुजुर्ग महिला को कार में जलाकर मारने के प्रयास में उसी के नौकर सौराज उर्फ शिवराज गुर्जर को अजमेर पुलिस (Ajmer Police) ने गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक 24 फरवरी 2021 क्रिश्चियन गंज क्षेत्र में एक कार में आग लगने की घटना हुई थी, जिसमें एक 82 वर्षीय बुजुर्ग महिला मधु गुप्ता गंभीर रूप से झुलस गई थी.

मामले में 5 मार्च को बुजुर्ग महिला के पुत्र राजीव गुप्ता ने थाना क्रिश्चियन गंज में प्रकरण दर्ज करवाया था. जिसमें उन्होंने अपनी माता मधु गुप्ता को राज गुर्जर की ओर से संपत्ति के लालच में जलाकर मारने का प्रयास करने का आरोप लगाया था.

विश्वास में घात...

इस मामले में क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की तफ्तीश शुरू की थी. पुलिस ने सीसीटीवी कैमरा फुटेज सहित 82 वर्षीय महिला की संपत्तियों से संबंधित दस्तावेजों की जांच की तो पुलिस को सौराज पर शक हुआ. पुलिस का शक उस वक्त सच में बदल गया जब मोहन सिंह रावत नाम के एक ग्रामीण ने पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारी दी.

दरअसल, बुजुर्ग महिला मधु गुप्ता मोहन सिंह रावत को अपनी माकड़वाली स्थित कृषि भूमि बेचना चाहती थी, लेकिन बुजुर्ग महिला मधु गुप्ता के नौकर सौराज गुर्जर ने मोहन सिंह रावत को जमीन नहीं खरीदने के लिए धमकाया था. इस आधार पर पुलिस ने आरोपी गेगल के समीप गुढा गांव निवासी सौराज गुर्जर उर्फ शिवराज को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में वारदात से जुड़े कई महत्वपूर्ण सुराग और साक्ष्य पुलिस के हाथ लगे हैं, जिसमें यह सिद्ध हो रहा है कि आरोपी ने महिला को संपत्ति के लालच में जलाकर मारने की कोशिश की.

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तीन बेटे होने के बाद भी रहती थी अलग : 82 वर्षीय बुजुर्ग महिला के तीन बेटे हैं. इनमें एक अजमेर में गोविंदपुरम समारोह के समीप रहता था. दूसरा जयपुर और तीसरा मुंबई में रहता था. बुजुर्ग महिला मधु गुप्ता सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहती थीं, साथ ही जमीनों की खरीद और बेचान का कार्य भी करती थीं. बुजुर्ग महिला की तीन स्थानों पर जमीन थी, जहां देखरेख करने के लिए वह सौराज को अपने साथ लेकर जाती थी.

बुजुर्ग महिला मधु गुप्ता को विश्वास में लेकर आरोपी सौराज ने माकड़वाली, मानपुरा, दादेरी की जमीनों की उससे पावर ऑफ एटॉर्नी ले ली और जमीनों को अपने रिश्तेदारों के नाम करवा दिया. इतना ही नहीं, आरोपी ने बुजुर्ग महिला की आईडी से फोन सिम ले ली. साथ ही महिला के चेक से अपने खाते में 43 लाख रुपये की राशि निकाल ली. यह हेरा-फेरी उसने 2020 में उस वक्त की जब बुजुर्ग महिला का पति रमेश चंद गुप्ता जीवित थे. रमेश चंद्र गुप्ता की मौत के बाद बुजुर्ग महिला और भी अधिक सौराज पर विश्वास करने लगी थी.

वारदात के दिन आरोपी वैन की जगह लाया था पुरानी कार : 24 फरवरी को साजिश के तहत आरोपी वैन की जगह एक पुरानी कार ले कर आया था. जिसमें एलपीजी लगा हुआ था. आरोपी बुजुर्ग महिला को इधर-उधर घुमाने के लिए वैन लेकर आता था. यह पुरानी कार उसने किससे ली, पुलिस इस बात की भी पड़ताल कर रही है. माना जा रहा है कि कार में आग लगने के बाद आरोपी सौराज गुर्जर दूर जाकर खड़ा हो गया. इस दौरान दो पड़ोसी युवकों ने बुजुर्ग महिला को जलती हुई कार से बाहर निकाला, तब दूर से देख रहा आरोपी समय पाया और बुजुर्ग महिला को अस्पताल लेकर गया. बुजुर्ग महिला की जान बच गई, लेकिन इस वारदात में उसके दोनों हाथों की अंगुलियां जल गईं. उपचार के दौरान महिला के दोनों हाथों की उंगलियों को काटना पड़ा.

यूं हुआ वारदात का खुलासा : बुजुर्ग महिला मधु गुप्ता ने माकड़वाली स्थित कृषि भूमि की डील एक ग्रामीण मोहन सिंह रावत से की थी. उस भूमि की रजिस्ट्री होनी थी, लेकिन उस भूमि को पहले ही पावर ऑफ अटॉर्नी के जरिए आरोपी अपने रिश्तेदार के नाम कर चुका था. ऐसे में भांडा फूटने के डर से उसने बुजुर्ग महिला को मारने की योजना बनाई और सोची-समझी साजिश के तहत अन्य आरोपियों के सहयोग से उसने वारदात को अंजाम दिया. लेकिन गनीमत रही कि बुजुर्ग महिला मधु गुप्ता की जान बच गई.

जानकारी यह भी है कि आरोपी ने महिला की तीन कृषि भूमियों को अपने रिश्तेदारों के नाम करवा दिया था. बुजुर्ग महिला के चेक से अपने खाते में रकम लेकर अपने रिश्तेदारों के खाते में डलवा दी थी और उस रकम को वापस अपने खाते में डलवा लिया, ताकि किसी को शक ना हो. आरोपी महिला बुजुर्ग के मरने का ही इंतजार कर रहा था, ताकि उसके मरने के बाद जमीन और रुपया उसके नाम हो सके.

दरअसल, आरोपी सौराज गुर्जर उर्फ शिवराज बुजुर्ग महिला मधु गुप्ता को 10 वर्षों से जानता था. साथ ही उसे यह भी जानकारी थी कि महिला को संभालने के लिए उसका कोई अपना उसके पास नहीं आता है.

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