अजमेर. सेंट एंसलम स्कूल के फादर पर सिस्टर से दुष्कर्म करने का संगीन आरोप महिला जन अधिकार समिति ने जड़ा है. समिति के सदस्यों ने स्कूल में प्रदर्शन कर बिशप के नाम का पत्र प्रिंसिपल कक्ष के बाहर चस्पा किया और फादर को धर्मगुरु के पद से हटाने की मांग की.
महिला जन अधिकार समिति की भंवरी देवी और मानवाधिकार परिषद के अध्यक्ष शैलेश गुप्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि साल 2018 में एंसलम स्कूल के फादर सुसई मणिक्कम ने सिस्टर के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था. इसकी शिकायत सिस्टर ने बिशप से भी की थी, लेकिन बिशप ने उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की और मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया.
ऐसे में अब अजमेर में जागरूक लोग स्कूल पहुंचे और प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन किया. उन्होंने प्रिंसिपल कक्ष के बाहर बिशप पायस थॉमस डिसूजा के नाम का लिखा पत्र भी चस्पा किया और फादर मणिक्कम के खिलाफ पुलिस को रिपोर्ट देकर कार्रवाई करवाने और धर्मगुरु के पद से हटाने की भी मांग की.
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वहीं, इस पूरे मामले में फादर मणिक्कम से दूरभाष पर बात की गई, तो उन्होंने सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि 5 साल पहले सुधीर नामक एक टीचर को स्कूल से निकाला गया था. वही, उनके खिलाफ पूरी तरह से षड्यंत्र रच रहा है. उन्होंने कहा कि उन पर आरोप लगाने वाली सिस्टर को सामने लाया जाए. जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उन्होंने उनकी सोसाइटी को उन पर झूठे आरोप लगाकर दबाव बनाने वाले लोगों के खिलाफ लिखित में शिकायत दी है. सोसाइटी ने इस पर कार्रवाई करने का भी आश्वासन दिया है.