अजमेर. अजमेर की बेटियां पूरे शहर का नाम देश में रोशन कर रही है. पूरा देश अजमेर की बेटियों की मिसाल देती है. अजमेर की एक ऐसी ही हुनरमंद बेटी प्रियंका शर्मा है, जो एक क्रिकेट खिलाड़ी होने के साथ-साथ एक गवर्नमेंट टीचर भी हैं. प्रियंका शर्मा ने वर्ष 2020-21 के लिए सुंदर कांति जोशी पुरस्कार जीता है.
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ईटीवी भारत ने राजस्थान महिला क्रिकेट टीम की बल्लेबाज प्रियंका शर्मा से खास बातचीत की, जिसमें उन्होंने अब तक के सफर के बारे में जानकारी साझा की. उन्होंने बताया कि शुरू में उन्होंने अपने भाई और कॉलोनी के दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलना शुरू किया था. इसके बाद स्कूल और कॉलेज लेवल पर भी उन्होंने क्रिकेट खेला. इन सबके बाद उन्होंने प्रोफेशनल के तौर पर क्रिकेट खेलना शुरू किया.
क्रिकेट में महिला भी नहीं है कम
क्रिकेट का खेल लड़कों का खेल माना जाता है, इसके जवाब में प्रियंका ने कहा कि यह सच है कि इस खेल में लड़कों को ज्यादा महत्व दिया जाता है. लेकिन, उन्हें क्रिकेट शुरू से बेहद पसंद था. उन्होंने बताया कि वे बास्केटबॉल, वॉलीबॉल और एथलेटिक्स खेल चुकी हैं, लेकिन क्रिकेट से उनका खास लगाव रहा है.
राहुल द्रविड़ को मानती हैं आदर्श
प्रियंका अपना आदर्श भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर और मिस्टर रिलायबल के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ को मानती हैं. अपने लक्ष्य के बारे में बात करते हुए प्रियंका ने बताया कि हर खिलाड़ी का सपना अपने देश का प्रतिनिधित्व करना होता है.
परिवार का मिला सहयोग
प्रियंका शर्मा ने बताया कि वे पिछले 10 साल से सीनियर राजस्थान टीम की सदस्य हैं और अभी जयपुर में वह पंकज सिंह के यहां क्रिकेट की प्रैक्टिस करती हैं. अजमेर आने पर एक्सीलेंट क्रिकेट एकेडमी में क्रिकेट प्रैक्टिस करती हैं. अपने खेल में आए बदलाव का श्रेय उन्होंने पंकज सिंह को दिया, जिन्होंने उन्हें परिस्थितियों का सामना करना सिखाया.
अभी हाल ही में हुए रणजी टूर्नामेंट में प्रियंका ने शतक लगाया है, जिसे लेकर वे काफी उत्साहित हैं. बता दें, 10 साल बाद राजस्थान की किसी महिला खिलाड़ी ने क्रिकेट में शतक लगाया है. उन्होंने कहा कि लड़कियों की लाइफ बेहद मुश्किल होती है. लड़कों से ज्यादा मुश्किलों का सामना लड़कियों को करना पड़ता है.
महिलाओं को दिया संदेश
प्रियंका शर्मा ने महिलाओं को संदेश देते हुए कहा कि हर लड़की को अपना लक्ष्य निर्धारित कर उसे हासिल करके ही दम लेना चाहिए. उन्होंने खेलों में होने वाली राजनीति को लेकर कहा कि अगर आप अपने खेल में अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं तो आपका कोई भी कुछ बुरा नहीं कर सकता है. उन्होंने कहा कि किसी भी नकारात्मक सोच के शिकार होने की वजह अपने प्रदर्शन को सर्वश्रेष्ठ बनाने की कोशिश करनी चाहिए.