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कोविड-19 वैक्सीन का ड्राई रन : कैसे होगा वैक्सीनेशन, फ्रंटलाइनर्स ने टीका लगवाने के बाद साझा किए अपने अनुभव

प्रदेश के 7 जिलों में आज कोविड-19 वैक्सीन का ड्राई रन किया गया. अजमेर में दो सेंटर्स पर कोविड-19 वैक्सीन लगाए गए. इस दौरान वैक्सीन लगवाने वाले फ्रंट लाइन वर्कर्स ने ईटीवी भारत के साथ अपने अनुभव भी साझा किए...

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Published : Jan 2, 2021, 2:23 PM IST

COVID-19 vaccine free of cost, अजमेर में कोरोना वैक्सीनेशन
COVID-19 vaccine free of cost, अजमेर में कोरोना वैक्सीनेशन

अजमेर. कोविड वैक्सीन को लेकर जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग की ओर से ड्राई ट्रायल रन दो स्थानों पर किया गया. अजमेर शहर में पंचशील स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं देहात क्षेत्र में श्रीनगर पंचायत समिति में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कोविड 19 वैक्सीन का ड्राई ट्रायल रन रखा गया.

अजमेर में दो स्थान पर हुआ कोविड 19 के वैक्सीन का ड्राई रन

बताया जा रहा है कि वैक्सीन आने पर सर्व प्रथम जिले के 20 हजार हैल्थ वर्कर को वैक्सीन लगेगी. इसका कारण है कि हैल्थ वर्कर के वैक्सीन लगने से आमजन में वैक्सीन को लेकर हो फैल रही भ्रांतिया दूर हो और उनका डर समाप्त हो. पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है. ऐसे में सभी को इंतजार है कि कोरोना महामारी से दुनिया को निजात मिले और स्थिति पहले की तरह सामान्य हो. वर्ष के अंत मे कोविड 19 की वैक्सीन को लेकर सुखद समाचार मिले हैं. अब नए वर्ष में वैक्सीन का उपयोग किया जाएगा. इसके तहत पूरे देश में वैक्सीन लगाने के लिए ड्राई ट्रायल रन किया जा रहा है. इसके तहत अजमेर में भी कोविड 19 की वैक्सीन का ड्राई ट्रायल रन दो स्थानों पर किया गया.

अजमेर में पंचशील स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और श्रीनगर पंचायत समिति के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर वैक्सीन का ड्राई ट्राई रन रखा गया. इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर विशाल दवे और जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग के मुख्य अधिकारी डॉक्टर केके सोनी मौजूद रहे. अतिथि जिला कलेक्टर विशाल दवे ने पंचशील स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन में गाइडलाइन के अनुसार कोविड-19 की वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया का अवलोकन किया.

पढ़ेंः कोरोना वैक्सीन दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे देशभर में फ्री मिलेगी : डॉ.हर्षवर्धन

दवे ने बताया कि समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीन लगवाने के इच्छुक व्यक्ति का सर्वप्रथम पहचान पत्र चेक किया जाता है तत्पश्चात उसे भीतर प्रवेश दिया जाता है. उसके बाद कोविड-19 को लेकर बनाए गए पोर्टल पर व्यक्ति का पंजीयन होता है. इसके बाद वैक्सीन लगवाने के लिए उसे वेटिंग रूम में इंतजार करना होता है. नंबर आने के बाद व्यक्ति वैक्सीन रूम में जाता है जहां हेल्थ वर्कर उसे वैक्सीन के बारे में जानकारी देती हैं. तथा व्यक्ति को वैक्सीन लगाया जाता है. खास बात यह है कि वैक्सीन लगाए जाने के बाद व्यक्ति को ऑब्जरवेशन के लिए आधे घंटे ऑब्जरवेशन रूम में रखा जाएगा. यहां मौजूद मेडिकल टीम वैक्सीन लगवाने वाले व्यक्ति पर पूरी निगरानी रखती है. इस बीच यदि व्यक्ति को कोई साइड इफेक्ट वैक्सीन से होते हैं तो उसके इलाज के लिए मेडिकल टीम मौके पर ही इलाज के लिए तैनात रहती है.

बताया जा रहा है कि वैक्सीनेशन 42 दिन के अंतराल में दो बार होगा. दूसरे व्यक्ति के लिए व्यक्ति के पास मोबाइल पर मैसेज आएगा जिसमें वैक्सीन के लिए स्थान बताया जाएगा. दूसरी वैक्सीन के लिए व्यक्ति को मोबाइल पर आए मैसेज को दिखाना होगा. जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के मुख्य अधिकारी डॉ केके सोनी ने बताया कि प्रथम चरण में जिले में 20 हजार हेल्थ वर्कर और फ्रंटलाइन वर्कर को वैक्सीन लगाया जाएगा. प्रत्येक दिन सौ वैक्सीन लगाए जाएंगे.

पढ़ेंः राजस्थान के इन 7 जिलों में आज से शुरू होगा #CoronaVaccine का ड्राई रन

उन्होंने बताया कि वैक्सीन को लेकर जो गाइडलाइन मिली है उसके अनुसार व्यवस्थाएं की गई है. वैक्सीन आने पर जरूरत के अनुसार वैक्सीन सेंटर भी बढ़ाए जाएंगे. डॉक्टर सोनी ने बताया कि दूसरे चरण में सीनियर सिटीजंस को वैक्सीन लगाई जाएगी. वैक्सीन की प्रक्रिया स्वैच्छिक है. उन्होंने बताया कि जिले में दो स्थानों पर कोविड-19 वैक्सीन का ड्राई ट्राय रन रखा गया है. कोविड 19 के ड्राय ट्राय रन के दौरान 25 हेल्थ वर्कर का चयन किया गया.

सर्वप्रथम एएनएम रीति कमल को ड्राई ट्राई रन के लिए चुना गया. गाइडलाइन की प्रक्रिया के अनुसार रीति कमल सहित 25 हेल्थ वर्कर ने ट्रायल में वैक्सीन लगवाने की प्रक्रिया में शामिल हुए. एएनएम रीती कमल ने बताया कि वैक्सीन लगवाने की प्रक्रिया काफी सरल है. अपने अनुभवों को साझा करते हुए उन्होंने बताया कि वैक्सीन लगवाने की प्रक्रिया के दौरान उन्हें मन में डर लगा लेकिन यहां उपस्थित मेडिकल टीम ने उन्हें वैक्सीन की प्रक्रिया के बारे में समझाया जिससे उनके मन का डर कुछ कम हुआ और वैक्सीन लगवाने के बाद उन्हें ऑब्जरवेशन रूम में रखा गया.

अजमेर. कोविड वैक्सीन को लेकर जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग की ओर से ड्राई ट्रायल रन दो स्थानों पर किया गया. अजमेर शहर में पंचशील स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं देहात क्षेत्र में श्रीनगर पंचायत समिति में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कोविड 19 वैक्सीन का ड्राई ट्रायल रन रखा गया.

अजमेर में दो स्थान पर हुआ कोविड 19 के वैक्सीन का ड्राई रन

बताया जा रहा है कि वैक्सीन आने पर सर्व प्रथम जिले के 20 हजार हैल्थ वर्कर को वैक्सीन लगेगी. इसका कारण है कि हैल्थ वर्कर के वैक्सीन लगने से आमजन में वैक्सीन को लेकर हो फैल रही भ्रांतिया दूर हो और उनका डर समाप्त हो. पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है. ऐसे में सभी को इंतजार है कि कोरोना महामारी से दुनिया को निजात मिले और स्थिति पहले की तरह सामान्य हो. वर्ष के अंत मे कोविड 19 की वैक्सीन को लेकर सुखद समाचार मिले हैं. अब नए वर्ष में वैक्सीन का उपयोग किया जाएगा. इसके तहत पूरे देश में वैक्सीन लगाने के लिए ड्राई ट्रायल रन किया जा रहा है. इसके तहत अजमेर में भी कोविड 19 की वैक्सीन का ड्राई ट्रायल रन दो स्थानों पर किया गया.

अजमेर में पंचशील स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और श्रीनगर पंचायत समिति के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर वैक्सीन का ड्राई ट्राई रन रखा गया. इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर विशाल दवे और जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग के मुख्य अधिकारी डॉक्टर केके सोनी मौजूद रहे. अतिथि जिला कलेक्टर विशाल दवे ने पंचशील स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन में गाइडलाइन के अनुसार कोविड-19 की वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया का अवलोकन किया.

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दवे ने बताया कि समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीन लगवाने के इच्छुक व्यक्ति का सर्वप्रथम पहचान पत्र चेक किया जाता है तत्पश्चात उसे भीतर प्रवेश दिया जाता है. उसके बाद कोविड-19 को लेकर बनाए गए पोर्टल पर व्यक्ति का पंजीयन होता है. इसके बाद वैक्सीन लगवाने के लिए उसे वेटिंग रूम में इंतजार करना होता है. नंबर आने के बाद व्यक्ति वैक्सीन रूम में जाता है जहां हेल्थ वर्कर उसे वैक्सीन के बारे में जानकारी देती हैं. तथा व्यक्ति को वैक्सीन लगाया जाता है. खास बात यह है कि वैक्सीन लगाए जाने के बाद व्यक्ति को ऑब्जरवेशन के लिए आधे घंटे ऑब्जरवेशन रूम में रखा जाएगा. यहां मौजूद मेडिकल टीम वैक्सीन लगवाने वाले व्यक्ति पर पूरी निगरानी रखती है. इस बीच यदि व्यक्ति को कोई साइड इफेक्ट वैक्सीन से होते हैं तो उसके इलाज के लिए मेडिकल टीम मौके पर ही इलाज के लिए तैनात रहती है.

बताया जा रहा है कि वैक्सीनेशन 42 दिन के अंतराल में दो बार होगा. दूसरे व्यक्ति के लिए व्यक्ति के पास मोबाइल पर मैसेज आएगा जिसमें वैक्सीन के लिए स्थान बताया जाएगा. दूसरी वैक्सीन के लिए व्यक्ति को मोबाइल पर आए मैसेज को दिखाना होगा. जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के मुख्य अधिकारी डॉ केके सोनी ने बताया कि प्रथम चरण में जिले में 20 हजार हेल्थ वर्कर और फ्रंटलाइन वर्कर को वैक्सीन लगाया जाएगा. प्रत्येक दिन सौ वैक्सीन लगाए जाएंगे.

पढ़ेंः राजस्थान के इन 7 जिलों में आज से शुरू होगा #CoronaVaccine का ड्राई रन

उन्होंने बताया कि वैक्सीन को लेकर जो गाइडलाइन मिली है उसके अनुसार व्यवस्थाएं की गई है. वैक्सीन आने पर जरूरत के अनुसार वैक्सीन सेंटर भी बढ़ाए जाएंगे. डॉक्टर सोनी ने बताया कि दूसरे चरण में सीनियर सिटीजंस को वैक्सीन लगाई जाएगी. वैक्सीन की प्रक्रिया स्वैच्छिक है. उन्होंने बताया कि जिले में दो स्थानों पर कोविड-19 वैक्सीन का ड्राई ट्राय रन रखा गया है. कोविड 19 के ड्राय ट्राय रन के दौरान 25 हेल्थ वर्कर का चयन किया गया.

सर्वप्रथम एएनएम रीति कमल को ड्राई ट्राई रन के लिए चुना गया. गाइडलाइन की प्रक्रिया के अनुसार रीति कमल सहित 25 हेल्थ वर्कर ने ट्रायल में वैक्सीन लगवाने की प्रक्रिया में शामिल हुए. एएनएम रीती कमल ने बताया कि वैक्सीन लगवाने की प्रक्रिया काफी सरल है. अपने अनुभवों को साझा करते हुए उन्होंने बताया कि वैक्सीन लगवाने की प्रक्रिया के दौरान उन्हें मन में डर लगा लेकिन यहां उपस्थित मेडिकल टीम ने उन्हें वैक्सीन की प्रक्रिया के बारे में समझाया जिससे उनके मन का डर कुछ कम हुआ और वैक्सीन लगवाने के बाद उन्हें ऑब्जरवेशन रूम में रखा गया.

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