अजमेर. जिले के मार्बल सिटी किशनगढ़ के मार्बल औद्योगिक क्षेत्र स्थित पुराने मार्बल डंपिंग यार्ड के पास नारायण बाबा खटाना की ढाणी क्षेत्र में सभापति दिनेश सिंह राठौड़ के नेतृत्व में नगर परिषद के अधिकारी और अतिक्रमण हटाओ दस्ते के पहुंचने पर विवाद हो गया.
इस दौरान सभापति दिनेश सिंह राठौड़ और पार्षद किशन गुर्जर के बीच भी जमीन के कागज और नोटिस के बिना कार्रवाई करने को लेकर विवाद (Dispute between the chairman and councilor) हो गया. दोनों के बीच कुछ ही देर में तूतू-मैंमैं होने लगी और फिर गाली-गलौच भी शुरू हो गई. गुस्साए क्षेत्र वासियों ने कार्रवाई का लेकर विरोध जताया. मौके पर मौजूद लोगों और अन्य जनप्रतिनिधियों ने समझाइश कर मामला शांत करवाया. मौके पर पटवारी को भी बुलाया गया. पटवारी महिपाल सिंह ने जमीन के स्वामित्व परिषद के होने का हवाला देकर नक्शा दिखाया और उक्त क्षेत्र को नगर परिषद का खसरा बताया गया.
नगर परिषद सभापति दिनेश सिंह राठौड़ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नगर परिषद की ओर से 148 बीघा भूमि पर इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट का इंड्रस्ट्रीयल प्लान है जो राज्य सरकार से अनमोदन होकर आया है. इंड्रस्टीज पार्क बनने से नगर परिषद को आमदनी होगी और शहरी क्षेत्र के विकास कार्यों को गति मिलेगी. जो आवासीय कॉलोनी बसी है उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. वहीं आवासीय कॉलोनी के लोगों ने बताया कि उनके परिवार यहां वर्षों से रह रहे हैं. बिना नोटिस के आज परिषद का दस्ता पहुंचा और जानवरों के बाड़े हटा दिए.
पार्षद किशन गुर्जर ने भी परिषद की कार्रवाई का विरोध किया. उनका कहना है कि परिषद कार्रवाई करने से पहले खसरे के कागज दिखाए और नोटिस दे और फिर नियमानुसार कार्रवाई करे. पार्षद गुर्जर ने नगर परिषद सभापति दिनेश सिंह राठौड़ पर दादागिरी करने तथा भूमाफिया को पनपने देने का आरोप भी लगाया. जमीन के खसरे को लेकर विवाद 5 घंटे चला. बाद में नगर परिषद का अतिक्रमण हटाओ दस्ता मौके से बिना कार्रवाई के निकल गया.