अजमेर. महाशिवरात्रि के अवसर पर अजमेर के प्रसिद्ध जतोई दरबार में महाशिवरात्रि पर विशेष पूजा अर्चना का आयोजन हर साल की भांति इस साल भी किया गया. मंदिर में आने वाले श्रद्धालु साल भर महाशिवरात्रि की प्रतीक्षा करते हैं ताकि अपने आराध्य देव भगवान शिव का पंचामृत, बेल पत्र, बेर, चंदन आदि से पूजन और महा अभिषेक कर सकें.
मंदिर में होने वाले आयोजनों के बारे में जानकारी देते हुए जतोई दरबार के सेवादार फतन दास ने बताया कि जतोई दरबार का इतिहास करीब सवा 200 साल पुराना है. 11 साल पहले यहां शिव जी की विशाल प्रतिमा की स्थापना की थी जबकि जतोई दरबार स्थित गुफा में 12 ज्योतिर्लिंग माता वैष्णो देवी की अर्धकुमारी गुफा का प्रतिरूप स्थापित है जबकि नीचे की तरफ गुरु पूर्णिमा के दिन महाकाल मंदिर की स्थापना की गई थी.
उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि के दिन जतोई दरबार में लगने वाला मेला पूरे अजमेर में प्रसिद्ध है. सुबह महाशिवरात्रि के पवित्र अवसर पर जतोई दरबार में सुखमणि साहिब का अखंड पाठ किया गया था. इस अवसर पर सभी धर्मों के श्रद्धालु भगवान शिव की आराधना कर उनके चरणों में माथा टेकने के लिए जताई दरबार में उपस्थित होते हैं.
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अमरनाथ की तर्ज पर बना है यह अनूठा मंदिर
बता दें कि जातोई दरबार काफी पुराना मंदिर है इसमें स्थित शिवलिंग लगभग 25 फीट की है. इसके अंदर अमरनाथ की तर्ज पर गुफा भी बनाई गई है जिसमें 12 शिवलिंग को स्थापित किया गया है. शिवरात्रि के मौके पर काफी संख्या में लोग जतोई दरबार पर पहुंच रहे हैं. जहां सुबह से ही दुग्ध अभिषेक के साथ शिवलिंग पर स्नान कराया जा रहा है और भोले के जयकारे चारों तरफ सुनाई दे रहे हैं.