अजमेर. 11 साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में आरोपी सुरेंद्र उर्फ सुंदर रावत को कोर्ट ने 15 दिन की न्यायिक अभिरक्षा (Judicial Custody) में भेज दिया है. आरोपी को सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकी दी जा रही थी, जिसके बाद पुलिस ने एहतियातन आरोपी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कोर्ट में पेश किया.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने दी जान से मारने की धमकी
आरोपी सुरेंद्र और उसके वकील को लॉरेंस बिश्नोई गैंग की तरफ से फेसबुक पर जान से मारने की धमकी दी गई है. जिसके बाद पुलिस प्रशासन तुरंत अलर्ट हो गया और कड़ी सुरक्षा के बीच आरोपी को कोर्ट में पेश किया.
पुलिस ने धमकियों पर क्या कहा
सोशल मीडिया पर मिल रही धमकियों को लेकर पुलिस ने कहा है कि उन्हें ऐसी किसी धमकियों की जानकारी नहीं है. अगर ऐसा कुछ सामने आता है तो धमकी देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. जांच अधिकारी डीएसपी पार्थ शर्मा ने कहा कि कोरोना के चलते आरोपी को वीसी के जरिये कोर्ट में पेश किया गया था.
क्या है पूरा मामला
पुष्कर के निकट खोरी गांव की पहाड़ियों में 22 जून मंगलवार की सुबह 11 साल की बच्ची का शव क्षत-विक्षत हालत में मिला था. परिजनों ने बताया कि सोमवार रात से वो बच्ची की तलाश कर रहे थे. सोमवार को बच्ची बैद्यनाथ महादेव मंदिर के पास पहाड़ी क्षेत्र में बकरियां चराने गई थी. देर रात हो जाने के बाद भी जब बच्ची घर नहीं लौटी तो परिजनों ने पुष्कर पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने बच्ची की तलाश शुरू कर दी. खोरी गांव की पहाड़ी पर विक्षिप्त हालत में मासूम का शव मिला. पोस्टमार्टम में सामने आया कि मासूम की दुष्कर्म के बाद हत्या की गई है.