अजमेर. अजमेर में शहर जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से किसान आंदोलन के समर्थन में बस स्टैंड के बहत अम्बेडकर सर्किल पर जाम लगा दिया. शहर कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के अलावा बड़ी संख्या में कार्यकर्त्ता मौजूद रहे. अजमेर शहर में भी किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए जाम लगा दिया. शहर कांग्रेस के अग्रिम संगठनों के कार्यकर्त्ता भी जाम लगाने में शामिल हुए. खास बात यह रही कि जाम लगाने के कार्यक्रम में कांग्रेस के दिग्गज एक साथ सड़क पर नहीं बैठ पाए. वहीं कार्यकर्त्ताओ में असमंजस्य की स्थिति रही कि वह किसके पीछे बैठे.
पूर्व विधायक डॉ. राजकुमार जयपाल, डॉ. श्रीगोपाल बाहेती और निवर्तमान शहर अध्यक्ष विजय जैन एक जगह एवं कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव महेंद्र सिंह रलावता सड़क के दूसरी और नजर आए. वरिष्ठ नेता हेमन्त भाटी किसान आंदोलन के समर्थन में शहर कांग्रेस की ओर से रखे गए जाम के कार्यक्रम में अंतिम समय पहुंचे. भाटी के सड़क पर बैठते ही जाम में बैठे कांग्रेसी उठ गए और रैली के रूप में आगे बढ़ गए. बातचीत में निवर्तमान शहर अध्यक्ष विजय जैन ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कॉर्पोरेट और बड़े उद्योग घरानों के साथ जो कमिटमेंट किया गया है, उसको लेकर ही सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है.
जैन ने कहा कि किसान सड़कों पर है किसानों के साथ कांग्रेस खड़ी है और अब आमजन भी कृषि कानून के विरोध में सड़कों पर उतरेगा. पूर्व विधायक डॉक्टर श्रीगोपाल बाहेती ने कहा कि 70 से अधिक किसान मर चुके हैं. तीन माह से किसान आंदोलन कर रहे हैं. उसके बाद भी बेरहम मोदी सरकार किसानों की बात सुनने को तैयार नहीं है. कांग्रेस ने सांकेतिक रूप से चक्का जाम किया है कांग्रेस चाहती है कि सरकार किसानों की बात सुने और कृषि कानून को किसानों के हित में वापस ले.
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पूर्व प्रदेश सचिव महेंद्र सिंह रलावता ने कहा कि कांग्रेस चक्का जाम करके पीएम नरेंद्र मोदी को नींद से जगाने का प्रयास कर रही है. रलावता ने कहा कि कुंभकरण 6 महीने में उठता था. केंद्र सरकार 84 दिन में भी नहीं उठी है. रलावता ने कहा कि देश को पुनः गुलाम बनाने की तैयारी की जा रही है. किसानों को ठगा जा रहा है. उन्होंने कहा कि तीनों कृषि कानून किसान व्यापारी और आम जन विरोधी हैं. उन्होंने कहा कि जब तक यह कानून वापस नहीं लिए जाएंगे, तब तक किसानों के हक के लिए कांग्रेस आंदोलन करती रहेगी.