अजमेर. शहर में बुधवार को भिक्षावृत्ति कर रहे 4 बच्चों को मानव तस्करी विरोधी यूनिट ने रेस्क्यू कर मुक्त करवाया. शहर में बढ़ रही बच्चों की रक्षा बत्ती पर अंकुश लगाने के लिए मानव तस्करी विरोधी यूनिट ने प्रयास शुरू कर दी है. वहीं यूनिट प्रभारी अशोक विश्नोई के नेतृत्व में टीम ने 2 बालक और बालिकाओं को रेस्क्यू करवाया है.
यूनिट के प्रभारी अशोक विश्नोई के अनुसार उन्हें सूचना मिली कि केसरगंज गोल चक्कर क्षेत्र में बच्चे भिक्षावृत्ति कर रहे हैं, जिसकी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची टीम ने 2 बालक और बालिकाओं को भिक्षावृत्ति करते हुए पकड़ा. वहीं, उन्होंने बताया कि बच्चों से पूछताछ की गई तो उन्होंने कबूला कि वह विजय नगर क्षेत्र के रहने वाले हैं जिनका परिवार सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय के पास झोपड़ियां बनाकर रहता है और झाड़ू बेचने का कार्य करता है.
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परिजन धकेलते है भिक्षावृत्ति की तरफ...
विश्नोई ने बताया कि उक्त बच्चों को रजिस्ट्री करवा कर परिजनों को उसके लिए पाबंद भी किया गया है, जिससे कि भविष्य में बच्चों से भिक्षावृत्ति नहीं करवाई जा सके. कार्रवाई करने वाली टीम में हेड कांस्टेबल हीरा, कांन्स्टेबल खुशाल सिंह रावत, महिला कांस्टेबल संगीता पूजा सहित अन्य शामिल रहे.
पूर्व में भी चला गया था अभियान...
यूनिट प्रभारी अशोक विश्नोई ने विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह तीर्थ नगरी पुष्कर सहित अन्य पर्यटक स्थल को देखते हुए पूर्व में भी एक अभियान चलाया गया था. जिसमें शहर के लोगों को भी पैसे नहीं देने की अपील की गई थी. इस अभियान को लेकर शहर भर में पोस्टर भी लगाए गए थे. साथ ही सोशल मीडिया पर भी इसका विस्तृत प्रचार और प्रसार किया गया था.