अजमेर. शहर में ऑनलाइन ठगी की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही है. शातिर ठग दूर बैठकर इस वारदात को अंजाम दे रहे हैं. जिला पुलिस साइबर क्राइम जैसी घटनाओं को खोलने में नाकाम साबित हो रही है क्योंकि एक भी ऐसा कोई मामला नहीं है, जिसमें पुलिस को सफलता हाथ लगी हो. जिले में रोज ऑनलाइन ठगी और पेटीएम से केवाईसी के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है.
वहीं, गुरुवार को एक मामला क्लॉक टावर क्षेत्र में सामने आया है. मामले को लेकर पीड़ित गोपाल गुरबाणी ने बताया कि कैशबेक का लालच देकर ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया. उन्होंने बताया कि पीड़ित के खाते से करीब 13 हजार रुपए निकाल ली गई. पीड़ित ने बताया कि उसे एक कॉल आया कि आपका कैशबेक मिला है, जिसे अभी तक नहीं दिया गया है. उसके बाद कॉलर ने उसे मोबाइल पर एक लिंक भेजा, जिसमें 4100 रुपए लिखे थे.
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पीड़ित ने बताया कि उसने जैसे ही लिंक को खोला तो उसके खाते से 13 हजार रुपए कट गए. उन्होंने बताया कि उसके बाद ठगी का एहसास होने पर उसने क्लॉक टावर थाने में शिकायत दर्ज कराई, जहां पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
जिले में ऑनलाइन ठगी और साइबर क्राइम जैसी घटनाओं की अगर बात करें तो फरवरी महीने में 12 से 15 वारदातें अब तक सामने आ चुकी है. जहां लगातार साइबर क्राइम और ऑनलाइन ठगी की वारदातों के आंकड़ों में इजाफा हो रहा है. वहीं, जिला पुलिस और साइबर सेल भी ठगी करने वाले ठगों पर अंकुश नहीं लगा पा रही है.