अजमेर. महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर शहर में शांति सर्वधर्म सद्भाव रैली का आयोजन हुआ. मेडिकल कॉलेज चौराहे से रैली का आगाज हुआ. देश में नफरत और कट्टरता को दूर करने के मकसद से ये रैली निकाली गई, जो बजरंगगढ़ चौराहा से सावित्री चौराहा होते हुए अजमेर क्लब चौराहे के रास्ते आजाद पार्क पहुंची. जहां मौलाना अब्दुल कलाम आजाद की प्रतिमा के नजदीक सभा के रूप में परिवर्तित हुई. रैली में बड़ी संख्या में सभी धर्मों के लोग शामिल हुए.
खास बात यह रही कि रैली के दौरान शामिल लोग मौन होकर हाथों में बैनर पोस्टर लिए चल रहे थे. रैली का मकसद देश में नफरत और कट्टरता को दूर करने का आह्वान करना था. लेकिन रैली के माध्यम से नागरिकता अधिकार कानून का विरोध भी जाहिर किया गया.
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सीएल संस्था के प्रदेश सचिव अनंत भटनागर ने कहा कि यह देश धर्म जाति समाज के लोगों का है लोगों के बीच में दूरियां नहीं पड़नी चाहिए. उन्होंने कहा कि सीएए से विभिन्न जाति और धर्म के बीच में दूरियां बढ़ी है और देश में आंदोलन की स्थिति उत्पन्न हुई है. साथ ही भटनागर ने कहा कि इसका सिर्फ एक ही उपाय है कि सरकार सीएए कानून को वापस ले और सब से विचार-विमर्श करके बहुमत का वातावरण बनाए.
वहीं उन्होंने कहा कि रैली के माध्यम से सैकड़ों लोगों ने यह संदेश दिया है, कि वह महात्मा गांधी के बताए मार्ग पर चलना चाहते हैं. महात्मा गांधी ने भी कहा था कि देश सभी धर्मों के लोगों का है भारत के संविधान में भी धर्म निरपेक्षता हमारी बुनियाद है. देश में संभाव की राजनीति कायम हो इस रैली के माध्यम से आह्वान किया गया है.