अजमेर. सफाई कर्मचारियों को कोरोना योद्धा मानते हुए शहर के लोग भले ही जगह-जगह उनका सम्मान कर रहे थे, लेकिन नगर निगम इन्ही सफाई कर्मियों को नौकरी से निकालने की तैयारी में जुटा हुआ है. इस संबंध में निगम ने एक आदेश जारी कर 149 अस्थाई कर्मचारियों को अतिरिक्त मानते हुए हटा दिया है.
वहीं महापौर धर्मेंद्र गहलोत ने इसे लेकर गहरी नाराजगी भी व्यक्त की थी. उधर नगर निगम आयुक्त ने स्वास्थ्य अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर सफाई कर्मियों को हटाए जाने का तर्क दिया है. जिसके बाद सफाई कर्मचारियों में रोष व्याप्त है. वहीं सफाई कर्मचारी शुक्रवार को नगर निगम पर पहुंचे और उन्होंने नगर निगम कमिश्नर के खिलाफ नारेबाजी भी की.
उन्होंने बताया कि जिस तरह से कोरोना काल में पहले तो उन्हें सम्मान दिया जा रहा था और अब उन्हें नौकरी से हटाने के आदेश दिए गए हैं. इसके अलावा जिन कर्मचारियों की तीन संताने हैं. उनको भी हटाने के निर्देश दिए गए हैं.
पढ़ेंः हद है! झालावाड़ में बिना सैंपल लिए ही 3 युवकों की Corona रिपोर्ट आई Negative
वर्ष 2018 कर्मचारियों को करें नियुक्ति प्रदान
स्वायत शासन विभाग द्वारा अनुशंसा के आधार पर अभी तक किसी कर्मचारियों को नियुक्ति नहीं दी गई है. वहीं नगर निगम भर्ती 2018 में इन्हें शामिल कर सीट नियुक्ति प्रदान करने की मांग कर्मचारियों द्वारा की जा रही है. वहीं उन्होंने बताया कि विगत चार महीनों से नगर निगम से संपर्क करने के बावजूद निर्धन और गरीब कर्मचारियों को नियुक्ति नहीं दी जा रही है