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अजमेर कलेक्टर का कोरोना ज्ञान, कहा- खांसी है तो सैंपलिंग क्या करवाना...Video Viral

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Published : May 20, 2021, 10:15 AM IST

प्रदेश में कोरोना के मामले दिनोंदिन बढ़ते जा रहे हैं. अजमेर में भी रोजाना बड़ी संख्या में लोग कोरोना की चपेट में आ रहे हैं. ऐसे में कलेक्टर के एक बयान ने जिले की कार्यप्रणाली पर ही सवाल उठा दिया है. सैंपलिंग और टेस्टिंग को लेकर दिया गया उनका बयान वायरल हो गया है. पढ़ें पूरी खबर.

खांसी पर सैंपलिंग को बता रहे व्यर्थ, कलेक्टर ने कई क्षेत्र का दौरा किया, Ajmer Collector's statement viral,  Saying sampling on cough is pointless
अजमेर कलेक्टर का बयान वायरल

अजमेर. जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित का बयान सुर्खियों में आ गया है. अपने बयान में वह कह रहे हैं कि खांसी है तो है सैंपलिंग क्या कराना, इसका कोई मतलब नहीं. कलेक्टर बुधवार को जिला पुलिस अधीक्षक जगदीश चंद्र शर्मा सहित अन्य अधिकारियों के साथ जिले के कई क्षेत्रों के दौरे पर रहे. एक जगह जब उन्होंने सर्व के संबंध में पूछा तो जवाब दिया गया कि 13 परिवारों में बुखार, खांसी के लक्षण सामने आए हैं और 21 लोगों को मेडिकल किट दी गई है.

अजमेर कलेक्टर का बयान वायरल

पढ़ें: जोधपुर: MDM अस्पताल में मरीजों की फर्जी भर्ती बताकर 50 रेमडेसिविर इंजेक्शन का घोटाला

इसके बाद जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कम लोगों के बीमार होने की बात पूछने पर जवाब दिया गया कि कोई भी बीमारी के संबंध में बता ही नहीं रहा और जिनमें लक्षण दिख रहे हैं वह सैंपलिंग के लिए भी तैयार नहीं हो रहे है. इसपर जिला कलेक्टर ने बात काटते हुए कहा कि खांसी है तो है सैंपलिंग क्या करवाना, इसका कोई मतलब नहीं.

जिला कलेक्टर का यह बयान वीडियो में भी रिकॉर्ड हुआ है. पिछले कुछ दिनों से जिला प्रशासन और जेएलएन अस्पताल प्रबंधन पर आंकड़े छिपाने और सैंपलिंग कम करने के आरोप भी लगे हैं. इसकी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक को शिकायत भेजी गई है. ऐसे में यह बयान सामने आने के बाद तो सैंपलिंग पर और सवाल उठने लाजमी हैं.

अजमेर. जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित का बयान सुर्खियों में आ गया है. अपने बयान में वह कह रहे हैं कि खांसी है तो है सैंपलिंग क्या कराना, इसका कोई मतलब नहीं. कलेक्टर बुधवार को जिला पुलिस अधीक्षक जगदीश चंद्र शर्मा सहित अन्य अधिकारियों के साथ जिले के कई क्षेत्रों के दौरे पर रहे. एक जगह जब उन्होंने सर्व के संबंध में पूछा तो जवाब दिया गया कि 13 परिवारों में बुखार, खांसी के लक्षण सामने आए हैं और 21 लोगों को मेडिकल किट दी गई है.

अजमेर कलेक्टर का बयान वायरल

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इसके बाद जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कम लोगों के बीमार होने की बात पूछने पर जवाब दिया गया कि कोई भी बीमारी के संबंध में बता ही नहीं रहा और जिनमें लक्षण दिख रहे हैं वह सैंपलिंग के लिए भी तैयार नहीं हो रहे है. इसपर जिला कलेक्टर ने बात काटते हुए कहा कि खांसी है तो है सैंपलिंग क्या करवाना, इसका कोई मतलब नहीं.

जिला कलेक्टर का यह बयान वीडियो में भी रिकॉर्ड हुआ है. पिछले कुछ दिनों से जिला प्रशासन और जेएलएन अस्पताल प्रबंधन पर आंकड़े छिपाने और सैंपलिंग कम करने के आरोप भी लगे हैं. इसकी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक को शिकायत भेजी गई है. ऐसे में यह बयान सामने आने के बाद तो सैंपलिंग पर और सवाल उठने लाजमी हैं.

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