अजमेर. जिले में सभी की निगाहें एमडीएस विश्वविद्यालय पर टिकी थी, जहां उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी के उम्मीदवार दीपक चौधरी ने निर्विरोध जीत दर्ज की है जबकि परिणामों में एबीवीपी ने शेष 3 पदों पर भी कब्जा किया. यहां अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के रामेश्वर छाबा, महासचिव पद पर एबीवीपी के प्रदीप यादव और संयुक्त सचिव पद पर एबीवीपी के प्रभास पूरी ने जीत दर्ज करवाते हुए एनएसयूआई का सूपड़ा साफ कर दिया है.
राजकीय कन्या महाविद्यालय में भी अध्यक्ष पद पर एबीवीपी ने धाक जमाई. जाखड़ ने जीत दर्ज करवाने के साथ ही शेष तीनों पदों पर भी कब्जा जमाया. राजकीय विधि महाविद्यालय में एबीवीपी का पूरा पैनल जीतकर आया है. वहीं संस्कृत कॉलेज में पूर्व में ही एबीवीपी पैनल ने विरोध दर्ज की थी. श्रमजीवी कॉलेज की बात करें तो अध्यक्ष पद पर हुए चुनाव में एबीवीपी ने जीत दर्ज की है.
अजमेर में सर्वाधिक छात्रों की संख्या वाले राजकीय सम्राट पृथ्वीराज चौहान महाविद्यालय के अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के विकास गौड़ा ने दर्ज की है. लेकिन उपाध्यक्ष की सीट निर्दलीय के खाते में गई है. जबकि एनएसयूआई को भी खाता खोलने का मौका मिला और महासचिव पद पर एनएसयूआई के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की हैं. छात्रसंघ चुनावों में अधिकतर महाविद्यालय में एबीवीपी ने अपना परचम लहराया है. जहां सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय में अध्यक्ष पद के उम्मीदवार विकास गौरव 72 वोटों से जीत मिली है.
कांग्रेस के उलट परिणाम
छात्रसंघ चुनावों के परिणामों ने अजमेर में कांग्रेस की परेशानी और बढ़ा दी है. जिले में छात्र संघ चुनाव में एनएसयूआई को मिली एक करारी हार ने साबित कर दिया है कि कांग्रेस का युवाओं में जनाधार घटता हुआ नजर आ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रवाद के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही एबीवीपी को अजमेर में मिली बड़ी जीत ने भाजपा को उत्साहित किया है.