चित्तौड़गढ़. कोरोना संक्रमण के बीच राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन लागू किया गया है और 10 मई से आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सारा कामकाज बंद है. ऐसे में कई परिवार के समक्ष भूखे मरने की नौबत आ गई है. इसे देखते हुए चित्तौड़गढ़ में युवाओं ने एक अच्छी पहल करते हुए मुख्यमंत्री की अपील 'कोई भूखा ना सोए' को संबल देते हुए कई युवा आगे आए हैं.
युवाओं की टीम ने अक्षय पात्र फाउंडेशन के सहयोग से प्रतिदिन जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाने का काम हाथ में लिया है. फाउंडेशन द्वारा 3 दिन से जरूरतमंदों के लिए पैकेट पहुंचाए जा रहे हैं और लॉकडाउन के अंतिम दिन तक भोजन वितरण का यह कार्यक्रम जारी रहेगा. ऐसे में जरूरतमंद, जो इंदिरा रसोई तक नहीं पहुंच पा रहे हैं, उन्हें युवाओं की टीम पहुंचकर भोजन के पैकेट उपलब्ध करा रही हैं.
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रोजाना करीब 400 भोजन के पैकिट पहुंचाने में कमल प्रजापत, रमन वैष्णव, धनंजय दीक्षित, तेजेन्द्र बेनीवाल, रोहिताशव सिंह भाटी, कन्हैया लाल माली, शुभम गोस्वामी, मोहित जैन, आशीष आचार्य, चंद्रेश जैन सहित युवाओं की टीम जुटी है. वहीं युवाओं के इस कार्य की हर कोई तारीफ कर रहा है.