हनुमानगढ़. राजस्थान के हनुमानगढ़ जंक्शन में बुधवार को इंदिरा गांधी नहर के पानी निर्धारण को लेकर जल परामर्शदात्री समिति की बैठक हुई. इस बैठक में हनुमानगढ़- श्रीगंगानगर जिले के विधायकों सहित सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने हिस्सा लिया. विधायकों ने नहर को चार में से दो समूह चलाने की मांग रखी, जिस पर अधिकारी ने एक माह के लिए सहमति जताई.
वहीं, भाजपा विधायक ने आग्रह किया कि जब तक फसल पकाई नहीं हो जाती तब तक नहर को चार में से दो समूह चलाया जाएं. लेकिन जल संसाधन विभाग के अधिकारी ने इस पर असमर्थता जताई. उन्होंने कहा कि अगले माह तक वर्तमान रेगुलेशन को यथावत रखा जाएगा, लेकिन आगे का रेगुलेशन मानसून तय करेगा. उन्होंने कहा कि आगे अगर इसी तरह का बांध का जलस्तर बना रहा तो रेगुलेशन को यथावत रखा जा सकता है, लेकिन बारिश कमजोर रहने पर फिर से बैठक बुलाकर आगे का रेगुलेशन निर्धारित किया जाएगा कि विधायकों ने जो मांग रखी थी वह एक माह के लिए तो मान लिया गया है, लेकिन आगे इस पर आगामी बैठक कर निर्धारण किया जाएगा.
वहीं, बैठक में पीलीबंगा विधायक धर्मेंद्र मोची ने कहा कि उनकी मांग तो इस रेगुलेशन को 6 माह तक चलाने की है, क्योंकि तब तक उनकी फसलें पक जाएंगी. अगर ऐसा नहीं होता है तो वे आगामी बैठकों में मुद्दा उठाएंगे. वहीं चंडीगढ़ में होने वाली बीबीएम की बैठक में अभी तक राजस्थान का स्थाई नेतृत्व नहीं है. इसके लिए वे केंद्रीय मंत्री से मिलेंगे और मांग रखेंगे, ताकि पंजाब राजस्थान के पानी पर मनमर्जी ना कर सके.
इस दौरान सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने सभी विधायकों की मांग पर चार में से दो समूह नहर चलाने पर सहमति जताई है. लेकिन आगामी रेगुलेशन एक माह बाद तय करने की भी बात कही है. उनका कहना है कि बांधों में जलस्तर का सही रहा तो यह रेगुलेशन लगातार जारी रहेगा नहीं तो बैठक कर आगे का रेगुलेशन तय किया जाएगा.
हालांकि, विधायक जो मांग लेकर आए थे वह एक माह के लिए तो पूरी हो गई है, अब देखना होगा कि जो फसलें 6 माह में पकती हैं उन फसलों के लिए आनेवाले दिनों में पानी का रेगुलेशन क्या रहेगा. फिलहाल, एक माह के लिए सभी की सहमति के अनुसार इंदिरा गांधी नहर का पानी चार में से दो समूह चलाने पर सहमति बन गई है.