पीपल्दा (कोटा). जिले के इटावा उपखंड क्षेत्र में फसलों की कटाई के लिए उपयोग की जाने वाली हार्वेस्टर मशीनें लेकर पहुंचे हार्वेस्टर संचालक खासे परेशान नजर आ रहे हैं. दूर-दराज से चंद पैसे कमाने की उम्मीद लेकर आए मशीन संचालक इस बार घाटे में हैं. संचालक अतिवृष्टि से फसलों में हुए नुकसान का खामियाजा भुगत रहे हैं. आलम ये है कि इन मशीन चालकों के डीजल खर्च की राशि निकालना भी भारी पड़ रहा है.
इसी कड़ी में पंजाब के कुलदीप ने बताया कि अतिवृष्टि से फसलो में हुए नुकसान के चलते किसानों को तो नुकसान हुआ ही. साथ ही इन किसानों पर अपनी आजीविका के लिए निर्भर रहने वाले सभी लोगों के लिए पंजाब से हाड़ौती का सफर घाटे का सौदा साबित हुआ. फसल नहीं निकलने के चलते मशीन चलाने के लिए डीजल का पैसा निकलना भी भारी पड़ रहा है.
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हार्वेस्टर मशीनें बेकार खड़ी नजर आ रही है. उनका कहना रहा कि हार्वेस्टर मशीनें नहीं चलने से यह हमारे लिए घाटे का सौदा ही साबित हो रही हैं. कुलदीप का कहना है कि इस बार हाड़ौती में भारी बारिश के चलते फसलें पूर्णरूप से नष्ट हो चुकी हैं. जिसके कारण किसान के साथ उन्हें भी निराशा ही हाथ लगी है. अब अगली फसल से घाटा पूरा होने की उम्मीद है.