जयपुर. अनोप मंडल पर प्रतिबंध लगाने और जैन साधु-संतों पर हमला करने वालों की गिरफ्तारी की मांग की गई है. जयपुर ग्रेटर के उप महापौर पुनीत कर्णावट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (cm gehlot) को पत्र लिखकर जैन साधु-संतों और जैन धर्म (Jainism) के अनुयायियों के खिलाफ हिंसात्मक गतिविधि चलाने वाले अनूप मंडल पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है.
उपमहापौर पुनीत कर्णावट ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री को लिखा है कि जैन धर्म सर्वधर्म समभाव, सहिष्णुता, उदारता और करुणा के लिए जाना जाता है. सत्य, अहिंसा, तप, त्याग और समर्पण के बल पर जैन धर्म को मानने वाले अनुयायी सदैव ही समाज हित में कार्य करने को तत्पर रहते हैं, लेकिन अनूप मंडल विगत वर्षों से निरंतर जैन धर्म के साधु-संतों पर हिंसक तरीके से आक्रमण करता रहा है और उन्हें नुकसान पहुंचाता रहा है. जैन धर्म को मानने वाले लोगों के व्यापार को नुकसान पहुंचाता है. उनके जानमाल को हानि पहुंचाई जाती है.
यह भी पढ़ें- विश्व साइकिल दिवस : साइकिल बढ़ा रही लोगों की इम्यूनिटी पावर...कोरोना काल में साइकिल बनी फेवरेट
उन्होंने कहा कि विगत समय में अनोप मंडल की यह गतिविधियां और तेजी से बढ़ गई है. इसके कारण समाज में भय और असंतोष व्याप्त है. उपमहापौर ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस संदर्भ में तुरंत कठोर निर्णय लेते हुए नक्सलवादी गतिविधियों (Naxalite activities) का केंद्र बन चुके अनोप मंडल पर कठोर कार्रवाई करते हुए उसे तुरंत प्रतिबंधित करना चाहिए. साथ ही दोषी लोगों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए. उपमहापौर ने इस मामले में शांति धारीवाल को भी पत्र लिखकर कहा है कि वह राजस्थान सरकार में सबसे वरिष्ठ मंत्री है. उन्हें भी मुख्यमंत्री से इस संदर्भ में बात करके अनूप मंडल पर प्रतिबंध लगाने का प्रयास करना चाहिए.
साथ ही मांग की गई है कि जैन धर्म के साधु साध्वियों को विहार करते समय उन्हें पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था (security) उपलब्ध कराई जाए, ताकि अनोप मंडल के द्वारा खुलेआम उन्हें नुकसान पहुंचाने की धमकियों से निपटा जा सके. उप महापौर पुनीत कर्णावट के मुताबिक सिरोही जिले में जैन मुनि को जान से मारने की धमकी देने वाली घटना निंदनीय है. इस मामले को लेकर अनूप मंडल के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है.