करौली. जिला स्पेशल टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हत्या के प्रकरण में 4 साल से फरार चल रहे 5 हजार रुपए के इनामी आरोपी को बूंदी से दबोचने में बड़ी सफलता प्राप्त की है. जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि दिनांक 6 फरवरी 2017 को थाना कैलादेवी में लोहर्रा गांव निवासी रफीक की खून से सनी लाश लोहर्रा पुल के नीचे पड़ी हुई मिली थी, जिसका कैलादेवी में प्रकरण दर्ज हुआ था. प्रकरण में अनुसंधान से इनामी मुलजिम गुलबदन उर्फ गुलफाम को दोषी ठहराया गया था, जो पिछले 4 सालों से फरार चल रहा था, जिसके गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा लंबे समय से प्रयास किए जा रहे थे.
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इनामी बदमाश गुलबदन और गुलफाम पुत्र अमरदीन निवासी वजीरपुर जिला सवाई माधोपुर को गिरफ्तार करने हेतु कांस्टेबल नरेंद्र सिंह, कांस्टेबल संदीप ने कड़ी मेहनत और लगन से सूचना संकलन कर डीएसटी प्रभारी को अवगत कराया. मिली सूचना पर पुलिस अधीक्षक करौली के आदेश से डीएसटी टीम अपने साथी जवानों के साथ बूंदी को रवाना हुए और मुखबिर द्वारा बताए गए स्थान में मोबाइल लोकेशन के आधार पर इनामी बदमाश के ठहरने और संभावित स्थानों पर तलाश की गई, तो जैसे ही इनामी बदमाश गुलबदन और गुलफाम बूंदी शराब डिपो के आसपास अपने ट्रक को खाली करने पहुंचा तो डीएसटी के जवानों को देखकर अपने आप को चारों ओर से घिरा हुआ समझ कर भागने लगा, लेकिन कांस्टेबल नरेंद्र सिंह और संदीप ने पीछा करते हुए इनामी बदमाश गुलबदन और गुलफाम को दबोच लिया. उक्त 5000 रुपए के इनामी बदमाश की गिरफ्तारी में सूचना संकलन में कांस्टेबल नरेंद्र सिंह बैंसला और संदीप सिंह कांस्टेबल की विशेष भूमिका रही.
इन पुलिसकर्मियों की रही भूमिका
इनामी बदमाश को दबोचने की सफलता पर डीएसटी टीम प्रभारी यदुवीर सिंह उप निरीक्षक, राजवीर सिंह सहायक उप निरीक्षक, रविंद्र सिंह हेड कांस्टेबल, परमजीत, मानसिंह, नमोनारायण, विक्रम, एस के कंवर, रन्नो मावई, गजेंद्र, मोहन सिंह, तेजवीर एवं साइबर सेल के जिलेसिंह सहित टीम के सदस्यों को पुलिस अधीक्षक के द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा.