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राजस्थान मिशन 2023 : भरतपुर बीजेपी कार्यकर्ताओं में जान फूंकने आ रहे हैं अमित शाह

आगामी विधान सभा चुनाव के पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भाजपा के सबसे कमजोर गढ़ यानी भरतपुर के दौरे पर आ रहे हैं. उनका यह दौरा आगामी शनिवार यानी 15 अप्रैल को होने जा रहा है. बता दें कि भरतपुर संभाग में चार जिले और 19 विधान सभा सीट है.

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह
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Published : Apr 11, 2023, 8:30 AM IST

Updated : Apr 11, 2023, 8:38 AM IST

जयपुर. आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह एक बार फिर राजस्थान आ रहे हैं. इस बार वे 15 अप्रैल को भरतपुर के दौरे पर आ रहे हैं. इस दौरान गृह मंत्री शाह बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन के जरिये कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद स्थापित करेंगे. बता दें कि राजस्थान में बीजेपी के लिए भरतपुर संभाग सबसे कमजोर है इसलिए पीएम मोदी के बाद अमित शाह का भरतपुर दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. यहां बीजेपी के खाते में महज एक सीट है जो भी अब कांग्रेस के साथ है. कांग्रेस के ज्यादा विधायक होने की वजह से इस क्षेत्र में भाजपा के बूथ कार्यकर्ता भी नही बन पाए हैं. इसलिए माना जा रहा है कि अमित शाह भरतपुर संभाग में विशेष रणनीति के तहत कार्यकर्ताओं में जान फूंकेंगे.

नहीं बने बूथ कार्यकर्ता: राजस्थान में भाजपा 52 हजार बूथों पर कार्यकर्ता नियुक्त करने का अभियान चला रही है. प्रदेश के 7 संभाग में सबसे कमजोर बीजेपी के लिए भरतपुर संभाग है. लिहाजा पार्टी का फाेकस भरतपुर संभाग पर ज्यादा है. पिछले चुनाव में 19 सीटाें में से केवल एक धाैलपुर सीट पर भाजपा जीत पाई थी, हालांकि धाैलपुर विधायक शाेभारानी राज्यसभा चुनाव में पार्टी के खिलाफ क्रास वाेटिंग किया था, जिसके बाद से उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया था. संभाग में बीजेपी के विधायक नही होने से बूथ समिति अभियान को भी गति नही मिली. 4700 से ज्यादा बूथ कार्यकर्ता बनने थे लेकिन लक्ष्य के अनुसार वो नही बन पा रहे है. ऐसे में अब 15 अप्रेल को गृह मंत्री भरतपुर में संभाग स्तरीय बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में जीत का मंत्र फूंकने आ रहे है. इसके लिए भाजपा ने तैयारियां भी शुरू कर दी है .

सबसे कमजोर भरतपुर : भरतपुर संभाग में चार जिले आते है, जिसमे भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर है. इन चारों जिलों में 19 विधानसभा सीटे है, 2018 के चुनाव में भरतपुर संभाग के बीजेपी का एक तरह से सूफड़ा साफ हो गया था, धौलपुर शोभारानी कुशवाह की सीट को छोड़ दे तो बीजेपी के खाते में इसके अलावा एक भी सीट नही आई. हालांकि ये बाद में शोभारानी कुशवाह भी बीजेपी को छोड़ कांग्रेस के पक्ष में चली गई. बीजेपी मिशन 2023 में लगी हुई है और माना जा रहा है कि इस बार दिल्ली से पूरा चुनाव तय होगा, वहीं से रणनीति बन रही है, यही वजह है कि पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी इसी कमजोर संभाग पर अपनी नजरें जमाये हुए हैं. पीएम मोदी के बाद अब अमित शाह भरतपुर में बूथ कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देंगे.

पढ़ें सचिन पायलट के अनशन पर AICC सख्त, रंधावा ने कहा-यह पार्टी विरोधी गतिविधि

पहले दौरा हुआ स्थगित : 15 अप्रैल को अमित शाह यहां संभाग फतह करने के लिए कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देंगे. शाह का पहले फरवरी माह में दौरा तय हुआ था, जो किन्ही कारणों से अंतिम समय पर स्थगित हो गया था. अब अमित शाह का दौरा तय होने के बाद प्रदेश भाजपा पूरी तरीके से दौरे की तैयारी में लगी है. भरतपुर से लेकर जयपुर तक तैयारियों का दौर जारी है. भरतपुर जिला प्रभारी भरतपुर में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करके अमित शाह के दौरे की तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं. तो वही प्रदेश अध्यक्ष चंद्र प्रकाश जोशी जयपुर से अमित शाह के दौरे को लेकर फीडबैक ले रहे हैं.

जयपुर. आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह एक बार फिर राजस्थान आ रहे हैं. इस बार वे 15 अप्रैल को भरतपुर के दौरे पर आ रहे हैं. इस दौरान गृह मंत्री शाह बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन के जरिये कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद स्थापित करेंगे. बता दें कि राजस्थान में बीजेपी के लिए भरतपुर संभाग सबसे कमजोर है इसलिए पीएम मोदी के बाद अमित शाह का भरतपुर दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. यहां बीजेपी के खाते में महज एक सीट है जो भी अब कांग्रेस के साथ है. कांग्रेस के ज्यादा विधायक होने की वजह से इस क्षेत्र में भाजपा के बूथ कार्यकर्ता भी नही बन पाए हैं. इसलिए माना जा रहा है कि अमित शाह भरतपुर संभाग में विशेष रणनीति के तहत कार्यकर्ताओं में जान फूंकेंगे.

नहीं बने बूथ कार्यकर्ता: राजस्थान में भाजपा 52 हजार बूथों पर कार्यकर्ता नियुक्त करने का अभियान चला रही है. प्रदेश के 7 संभाग में सबसे कमजोर बीजेपी के लिए भरतपुर संभाग है. लिहाजा पार्टी का फाेकस भरतपुर संभाग पर ज्यादा है. पिछले चुनाव में 19 सीटाें में से केवल एक धाैलपुर सीट पर भाजपा जीत पाई थी, हालांकि धाैलपुर विधायक शाेभारानी राज्यसभा चुनाव में पार्टी के खिलाफ क्रास वाेटिंग किया था, जिसके बाद से उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया था. संभाग में बीजेपी के विधायक नही होने से बूथ समिति अभियान को भी गति नही मिली. 4700 से ज्यादा बूथ कार्यकर्ता बनने थे लेकिन लक्ष्य के अनुसार वो नही बन पा रहे है. ऐसे में अब 15 अप्रेल को गृह मंत्री भरतपुर में संभाग स्तरीय बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में जीत का मंत्र फूंकने आ रहे है. इसके लिए भाजपा ने तैयारियां भी शुरू कर दी है .

सबसे कमजोर भरतपुर : भरतपुर संभाग में चार जिले आते है, जिसमे भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर है. इन चारों जिलों में 19 विधानसभा सीटे है, 2018 के चुनाव में भरतपुर संभाग के बीजेपी का एक तरह से सूफड़ा साफ हो गया था, धौलपुर शोभारानी कुशवाह की सीट को छोड़ दे तो बीजेपी के खाते में इसके अलावा एक भी सीट नही आई. हालांकि ये बाद में शोभारानी कुशवाह भी बीजेपी को छोड़ कांग्रेस के पक्ष में चली गई. बीजेपी मिशन 2023 में लगी हुई है और माना जा रहा है कि इस बार दिल्ली से पूरा चुनाव तय होगा, वहीं से रणनीति बन रही है, यही वजह है कि पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी इसी कमजोर संभाग पर अपनी नजरें जमाये हुए हैं. पीएम मोदी के बाद अब अमित शाह भरतपुर में बूथ कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देंगे.

पढ़ें सचिन पायलट के अनशन पर AICC सख्त, रंधावा ने कहा-यह पार्टी विरोधी गतिविधि

पहले दौरा हुआ स्थगित : 15 अप्रैल को अमित शाह यहां संभाग फतह करने के लिए कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देंगे. शाह का पहले फरवरी माह में दौरा तय हुआ था, जो किन्ही कारणों से अंतिम समय पर स्थगित हो गया था. अब अमित शाह का दौरा तय होने के बाद प्रदेश भाजपा पूरी तरीके से दौरे की तैयारी में लगी है. भरतपुर से लेकर जयपुर तक तैयारियों का दौर जारी है. भरतपुर जिला प्रभारी भरतपुर में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करके अमित शाह के दौरे की तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं. तो वही प्रदेश अध्यक्ष चंद्र प्रकाश जोशी जयपुर से अमित शाह के दौरे को लेकर फीडबैक ले रहे हैं.

Last Updated : Apr 11, 2023, 8:38 AM IST
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