भरतपुर. राजस्थान में चुनाव लड़ने के सवाल पर राकेश टिकैत (Rakesh Tikait In Bharatpur Over Farm Laws) ने कहा कि किसान चुनावों से दूर ही अच्छा है.अब किसान 'किंग मेकर' है (Farmer Is A King Maker) और उसे चुनाव लड़ने की जरूरत नहीं है, केंद्र सरकार ने कृषि कानून बनाया, उसको वापस लिया. कृषि कानून को लेकर किसानों और सरकार के बीच समझौता हुआ. किसानों की जीत हुई है. टिकैत ने भरतपुर के महाराजा सूरजमल को श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने भरतपुर के महाराज सूरमल को अपना प्रेरणास्रोत बताया. साथ ही अपने खालिस अंदाज में कहा कि अब युद्ध भाले और तलवारों से नहीं लड़ा जाता, बल्कि सत्याग्रह से अपनी बात पहुंचाई जाती है.
किसान खेतों और सड़कों के चुनाव में ही सही
वहीं, दूसरी तरफ टिकैत ने कहा कि किसान के लिए सड़क का चुनाव भी ठीक है, उसे और कोई चुनाव लड़ने की जरूरत नहीं है, क्योंकि बिना चुनाव लड़े ही उसके सारे काम हो जाते हैं. उन्होंने कहा अब किसान 'किंग मेकर' है. उसे न चुनाव लड़ने की जरूरत, न हार जीत का सवाल है.
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दरअसल, महाराजा सूरजमल के बलिदान दिवस (Sacrifice Day) के अवसर पर किसान नेता राकेश टिकैत भरतपुर (Rakesh Tikait In Bharatpur) पहुंचे थे. उन्होंने यहां पर महाराजा सूरजमल (Maharaja Surajmal) को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस अवसर पर किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने महाराजा सूरजमल (Maharaja Surajmal) को अपना प्रेरणास्रोत बताया.
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