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Rajasthan : प्रतापगढ़ में फर्जी अकांउट खुलवाकर करोड़ों रुपए की ठगी, मुंबई एयरपोर्ट से सरगना गिरफ्तार, लुक आउट नोटिस था जारी

राजस्थान की प्रतापगढ़ पुलिस ने सरकारी योजनाओं का लालच देकर फर्जी अकाउंट खुलवाने और करोड़ों रुपए की ठगी करने (Fraud of crores in Pratapgarh) वाले गिरोह के मुख्य सरगना को गिरफ्तार किया है. आरोपी दुबई में बैठकर गिरोह को संचालित करता था.

Rajasthan Police arrested Accused of Fraud
प्रतापगढ़ में करोड़ों की ठगी
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 15, 2023, 8:19 PM IST

राजस्थान पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोपी को गिरफ्तार किया

प्रतापगढ़. राजस्थान की प्रतापगढ़ पुलिस ने सरकारी योजना का लालच देकर फर्जी अकांउट खुलवाकर करोड़ों रुपए की ठगी करने के मामले में मुख्य आरोपी को रविवार को मुम्बई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया है. आरोपी के खिलाफ पुलिस ने लुक आउट नोटिस जारी कर रखा था. आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 21 अक्टूबर तक के लिए पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. वहीं, पुलिस इस मामले में चार आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है. साथ ही 68 खातों को फ्रिज करवाया गया था. इन खातों से करीब 2 हजार करोड़ का लेनदेन होना सामने आया था.

लालच देकर खुलवाए खातेः पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि गिरोह का मुख्य सरगना मध्यप्रदेश के रतलाम निवासी मृगांक मिश्रा पिछले पांच महीने से फरार चल रहा था. प्रतापगढ़ के कुछ लोगों ने मई 2023 में कोतवाली में रिपोर्ट दी थी. रिपोर्ट में बताया था कि सरकारी योजना के तहत रुपए का लालच देकर उनके नाम से बैंक में खाते खुलवाए गए. उन्हें बताया गया कि इन खातों में सरकारी योजना के तहत रुपए डलवाए जाएंगे. उनके नाम से सिम कार्ड भी जारी करवाए गए. रिपोर्ट में बताया कि बाद में बैंक की तरफ से जानकारी दी गई कि उनके खातों में ज्यादा ट्रांजेक्शन हो रहा है, जिसके बारे में परिवादी को कुछ पता नहीं था. इस पर पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया.

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खातों को कराया डेबिट फ्रिजः एसपी ने बताया कि इस केस की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया. साइबर टीम ने कार्रवाई करते हुए इन खातों को संदिग्ध माना और डेबिट फ्रिज करवाया. इन खातों से संदिग्ध राशि जिन खातों में ट्रांसफर की गई, ऐसे 90 से ज्यादा खातों का अब तक पता लगाया जा चुका है. जब इन खातों का पुलिस ने विश्लेषण किया गया तो सामने आया कि यह रकम आईपीएल सट्टे और अन्य संदिग्ध कार्यों में जमा की गई थी. इन सभी खातों को डेबिट फ्रिज करवाकर अभी तक 3 करोड़ 88 लाख 29 हजार 178 रुपए की संदिग्ध रकम होल्ड करवाई गई है. वहीं, पुलिस फर्जी खाते खुलवाने वाले 4 आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है. उनके पास से 20 से ज्यादा डेबिट, क्रेडिट कार्ड जब्त किए गए.

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दुबई से संचालित कर रहा था ग्रुपः एसपी ने बताया कि इस मामले में मुख्य सरगना मृगांक पुत्र अनिलकुमार मिश्रा निवास रतलाम एमपी हाल निवासी मुम्बई की तलाश की गई. जांच में सामने आया कि वह दुबई में रह रहा है और वहीं से अवैध गतिविधियां संचालित कर रहा था. पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए लुक आउट नोटिस जारी किया था. तकनीकी आधार पर पुलिस ने जानकारी जुटाई कि वह 14 अक्टूबर को भारत आएगा और मुम्बई एयरपोर्ट पर उतरेगा. इस पर पुलिस टीम मुम्बई पहुंची, जहां छत्रपति शिवाजी एयरपोर्ट से मुख्य आरोपी को डिटेन किया गया. आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां उसे 21 अक्टूबर तक के लिए पुलिस रिमांड में भेजा गया है.

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इन्हें कर चुकी गिरफ्तार : पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी महादेव ऑनलाइन ग्रुप का संचालक है. वह दुबई से ही भारत में अपने साथियों के साथ ऑनलाइन सट्टेबाजी का कार्य करता है. प्रकरण की सूचना ईडी (प्रवर्तन निदेशालय भारत सरकार) को भी दी गई थी. उन्होंने बताया कि करीब 68 खातों को फ्रीज करवाया गया था, जिनसे 2 हजार करोड़ का लेनदेन होना सामने आया है. प्रकरण में पुलिस पूर्व में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिसमें संजय पुत्र राधेश्याम मालवीय निवासी रठांजना, शुभम पुत्र देवेन्द्र अहिवासी निवासी भाटपुरा प्रतापगढ़, रुद्राक्ष पुत्र विद्याधर त्रिवेदी निवासी बाहुबली कॉलोनी प्रतापगढ़, अमन पुत्र प्रवीणकुमार सोनी निवासी रतलाम मध्यप्रदेश शामिल है.

राजस्थान पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोपी को गिरफ्तार किया

प्रतापगढ़. राजस्थान की प्रतापगढ़ पुलिस ने सरकारी योजना का लालच देकर फर्जी अकांउट खुलवाकर करोड़ों रुपए की ठगी करने के मामले में मुख्य आरोपी को रविवार को मुम्बई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया है. आरोपी के खिलाफ पुलिस ने लुक आउट नोटिस जारी कर रखा था. आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 21 अक्टूबर तक के लिए पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. वहीं, पुलिस इस मामले में चार आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है. साथ ही 68 खातों को फ्रिज करवाया गया था. इन खातों से करीब 2 हजार करोड़ का लेनदेन होना सामने आया था.

लालच देकर खुलवाए खातेः पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि गिरोह का मुख्य सरगना मध्यप्रदेश के रतलाम निवासी मृगांक मिश्रा पिछले पांच महीने से फरार चल रहा था. प्रतापगढ़ के कुछ लोगों ने मई 2023 में कोतवाली में रिपोर्ट दी थी. रिपोर्ट में बताया था कि सरकारी योजना के तहत रुपए का लालच देकर उनके नाम से बैंक में खाते खुलवाए गए. उन्हें बताया गया कि इन खातों में सरकारी योजना के तहत रुपए डलवाए जाएंगे. उनके नाम से सिम कार्ड भी जारी करवाए गए. रिपोर्ट में बताया कि बाद में बैंक की तरफ से जानकारी दी गई कि उनके खातों में ज्यादा ट्रांजेक्शन हो रहा है, जिसके बारे में परिवादी को कुछ पता नहीं था. इस पर पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया.

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दुबई से संचालित कर रहा था ग्रुपः एसपी ने बताया कि इस मामले में मुख्य सरगना मृगांक पुत्र अनिलकुमार मिश्रा निवास रतलाम एमपी हाल निवासी मुम्बई की तलाश की गई. जांच में सामने आया कि वह दुबई में रह रहा है और वहीं से अवैध गतिविधियां संचालित कर रहा था. पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए लुक आउट नोटिस जारी किया था. तकनीकी आधार पर पुलिस ने जानकारी जुटाई कि वह 14 अक्टूबर को भारत आएगा और मुम्बई एयरपोर्ट पर उतरेगा. इस पर पुलिस टीम मुम्बई पहुंची, जहां छत्रपति शिवाजी एयरपोर्ट से मुख्य आरोपी को डिटेन किया गया. आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां उसे 21 अक्टूबर तक के लिए पुलिस रिमांड में भेजा गया है.

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इन्हें कर चुकी गिरफ्तार : पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी महादेव ऑनलाइन ग्रुप का संचालक है. वह दुबई से ही भारत में अपने साथियों के साथ ऑनलाइन सट्टेबाजी का कार्य करता है. प्रकरण की सूचना ईडी (प्रवर्तन निदेशालय भारत सरकार) को भी दी गई थी. उन्होंने बताया कि करीब 68 खातों को फ्रीज करवाया गया था, जिनसे 2 हजार करोड़ का लेनदेन होना सामने आया है. प्रकरण में पुलिस पूर्व में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिसमें संजय पुत्र राधेश्याम मालवीय निवासी रठांजना, शुभम पुत्र देवेन्द्र अहिवासी निवासी भाटपुरा प्रतापगढ़, रुद्राक्ष पुत्र विद्याधर त्रिवेदी निवासी बाहुबली कॉलोनी प्रतापगढ़, अमन पुत्र प्रवीणकुमार सोनी निवासी रतलाम मध्यप्रदेश शामिल है.

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