जयपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने प्रत्याशियों की तीसरी सूची जारी कर दी है. तीसरी सूची में पार्टी ने 19 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया है. तीसरी सूची जारी होने के बाद अब तक पार्टी 95 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर चुकी है. वहीं, धौलपुर विधानसभा सीट से पार्टी ने शोभारानी कुशवाहा को टिकट दिया है. कांग्रेस की तीसरी सूची में भी गहलोत सरकार में मंत्री शांति धारीवाल और महेश जोशी का नाम नहीं आया है.
विधायकों और मंत्रियों का टिकट रिपीटः आज जो 19 नाम सामने आए हैं, उनमें कांग्रेस के विधायक और मंत्रियों के टिकट रिपीट किया गया है. वहीं तीसरी सूची में पहली बार बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए वाजिब अली और लखन मीणा के नाम शामिल हैं. इसी तरह से गंगापुर से निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा को टिकट दिया गया है. वहीं प्रियंका गांधी के सामने कांग्रेस पार्टी का दामन सामने वाली भाजपा विधायक शोभा रानी कुशवाहा को धौलपुर से टिकट दिया गया है.
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राजस्थान विधानसभा चुनाव, 2023 के लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा जारी उम्मीदवारों की सूची- pic.twitter.com/ABxv5yLkhI
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जिनके पिछली बार टिकट कटे, उन्हें भी मौकाः इस सूची में कुछ नाम ऐसे भी हैं, जिनके टिकट 2018 में काट दिए गए थे, लेकिन उन्हें इस बार फिर से कांग्रेस पार्टी ने मौका दिया है. इनमें केशोरायपाटन से दो बार चुनाव हार रहे व पिछले चुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले सी एल प्रेमी, 2013 में 21 विधायकों में शामिल हीरालाल दरांगी को टिकट दिया गया है. इसी तरह पूसाराम गोदारा को टिकट दिया गया है, इनका टिकट पिछले चुनाव में काट दिया गया था. इसी तरह 2018 में चुनाव हारने वाले श्रवण कुमार को भी सूरजगढ़ से टिकट दिया गया है. वहीं, तीन बार से लगातार जिस रेवदर की सीट को कांग्रेस हार रही है, वहां से प्रत्याशी रहे नीरज डांगी को राज्यसभा सांसद बनाया गया. उसके बाद अब जाकर कांग्रेस ने प्रत्याशी बदलते हुए मोतीलाल कोली को टिकट दिया है. वहीं सहाड़ा विधानसभा सीट से अपने पति की जगह उपचुनाव में विधायक बनने वाली गायत्री त्रिवेदी का टिकट काटकर कांग्रेस ने उनके देवर राजेंद्र त्रिवेदी को उम्मीदवार बनाया है. इस तरह से देखा जाए तो 14 विधायकों को टिकट दिया गया है, जिसमें एक टिकट भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुई शोभा रानी कुशवाह को दिया गया है.
एक मंत्री, 8 विधायक रिपीटः कांग्रेस की तीसरी सूची में 1 मंत्री व 8 विधायकों के टिकट रिपीट किए गए हैं. इनमें मंत्री रमेश चंद मीणा को सपोटरा से प्रत्याशी बनाया है. वहीं, विधायकों में तारानगर से नरेंद्र बुढ़ानिया, सीकर से राजेंद्र पारीक, बगरू से गंगा देवी, बांदीकुई से गजराज खटाना, देवली उनियारा से हरिश्चंद्र मीणा, मसूदा से राकेश पारीक, पचपदरा से मदन प्रजापत व बारां अटरू से पानाचंद मेघवाल को टिकट दिया गया है.
बसपा से कांग्रेस में शामिल दो विधायकों को टिकटः आज जारी की गई सूची में बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए दो विधायकों के नाम भी शामिल हैं. अब तक आई तीन सूचियां में पहली बार है, जिसमें बसपा से कांग्रेस में शामिल होने वाले विधायकों को टिकट दिया गया है. पार्टी ने नगर से वाजिब अली और करौली से लखन सिंह मीणा को टिकट दिया है.
इन्हें भी मिला टिकटः कांग्रेस ने निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा को गंगापुर सिटी से टिकट दिया है. कांग्रेस ने अब तक छह निर्दलीय विधायकों को टिकट दिया था, उसी सूची में रामकेश का नाम भी जुड़ गया है. वहीं, लगातार दो बार विधायक रहे सी एल प्रेमी का टिकट 2018 में कांग्रेस ने काट दिया था, लेकिन सी एल प्रेमी निर्दलीय चुनाव में उतर गए और तीसरे नंबर पर रहे. कांग्रेस ने इस बार फिर सीएल प्रेमी को केशोरायपाटन से उम्मीदवार बनाया है. इसी प्रकार पार्टी ने झाडोल से हीरालाल दरांगी को मैदान में उतारा है. पार्टी ने रेवदर सीट से मोतीराम कोली को चुनाव मैदान में उतारा है. इसी प्रकार 2018 में टिकट काटने के बाद पार्टी ने इस बार रतनगढ़ से पूसाराम गोदारा और पिछला चुनाव हारने वाले श्रवण कुमार को सूरजगढ़ से मैदान में उतारा है.
देवर को दिया टिकटः कांग्रेस ने सहाड़ा सीट से विधायक गायत्री देवी की जगह उनके देवर राजेन्द्र त्रिवेदी को टिकट दिया है. बता दें कि 2018 में कैलाश त्रिवेदी शहर विधानसभा से विधायक बने, लेकिन कोरोना के चलते उनका निधन होने के बाद उनकी पत्नी गायत्री त्रिवेदी को उपचुनाव में टिकट दिया गया था, लेकिन इस बार गायत्री त्रिवेदी की जगह उनके देवर को मैदान में उतारा गया है.
दो सूचियों में ज्यादातर चेहरे रहे रिपीटः कांग्रेस की इससे पहले जारी हुई दो सूची में ज्यादातर चेहरे रिपीट ही रहे हैं. 33 प्रत्याशियों की पहली सूची में पार्टी ने राजस्थान के दिग्गज नेताओं को मैदान में उतारा था, जिसमे सीएम अशोक गहलोत, सचिन पायलट, गोविंद सिंह डोटासरा जैसे नेता शामिल रहे हैं. इसके बाद जारी हुई 43 प्रत्याशियों की दूसरी सूची में भी पार्टी ने ज्यादातर चेहरों को रिपीट ही किया था.