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Gehlot on Shekhawat: SOG की जांच में प्रामाणित हुआ है जुर्म, 2 साल में 5 बार ईडी को लिखा पत्र

सीएम अशोक गहलोत ने एक बार ट्वीट कर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना (Ashok Gehlot accuses Gajendra Singh Shekhawat) साधा है. उन्होंने शेखावत को संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी घोटाले मामले में अभियुक्त बता दिया.

Ashok Gehlot accuses Gajendra Singh Shekhawat
Ashok Gehlot accuses Gajendra Singh Shekhawat
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Published : Feb 22, 2023, 8:24 AM IST

जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच चल रही संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी घोटाले मामले में आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति रुकने का नाम नहीं ले रही है. एक ओर जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कुछ दिनों पहले जोधपुर में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को अभियुक्त कहते हुए यहां तक आरोप लगा दिया था कि Z सिक्योरिटी उन्होंने राजस्थान पुलिस से बचने के लिए ली है.

वहीं, इस पर गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी जवाब देते हुए कहा कि वह केवल मुख्यमंत्री की नजर में अभियुक्त हैं, क्योंकि उन्होंने उनके बेटे वैभव गहलोत को पौने तीन लाख वोटों से चुनाव हराया था. बाकी पुलिस की ओर से पेश की गई हजारों पन्नों की तीन चार्ज शीट में उनके और उनके परिवार पर कोई आरोप नहीं है. अब इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर गजेंद्र सिंह शेखावत को संजीवनी क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसाइटी मामले में जनता को भ्रमित करने का आरोप लगाया है.

  • SOG जांच में संजीवनी घोटाले में अन्य गिरफ्तार अभियुक्तों के समान ही प्रमाणित हुआ है श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का जुर्म pic.twitter.com/hz4zXmVzrL

    — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) February 21, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ें- Sanjivani Cooperative Society Scam Case: सीएम गहलोत ने कहा- शेखावत को सता रहा गिरफ्तारी का डर, इसलिए केंद्र से ली सिक्योरिटी

गहलोत ने कहा कि एसओजी के अनुसंधान में अन्य गिरफ्तार किए जा चुके अभियुक्तों के समान ही धाराओं में गजेंद्र सिंह के जुर्म भी प्रमाणित हो चुके हैं. इस घोटाले में एक लाख से ज्यादा लोगों के 900 करोड़ रुपए संजीवनी सोसायटी ने लूटे हैं. उन्होंने कहा कि प्रॉपर्टी अटैच करने का अधिकार एसओजी के पास नहीं होकर प्रवर्तन निदेशालय के पास है, इसके चलते एसओजी ने पिछले 2 सालों में 5 बार प्रवर्तन निदेशालय को संजीवनी सोसाइटी से जुड़ी प्रॉपर्टी अटैच करने का आग्रह किया. लेकिन प्रवर्तन निदेशालय जो विपक्षी दलों पर छापे मारता है, लेकिन इस मामले में अब तक प्रॉपर्टी अटैच नहीं कर पाई.

गहलोत ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह से सवाल पूछते हुए कहा कि आप तो स्वयं केंद्रीय मंत्री हैं यदि आप बेकसूर हैं तो गरीबों का पैसा वापस दिलवाने के लिए आगे क्यों नहीं आते. केंद्रीय मंत्री होने के नाते आप अब तक ईडी से क्यों कार्रवाई नहीं करवा सके. इसका जवाब आपको जनता को देना होगा और राजस्थान सरकार पीड़ितों को न्याय और इंसाफ दिलाने के लिए ईडी से लगातार संपर्क साधती रहेगी.

जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच चल रही संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी घोटाले मामले में आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति रुकने का नाम नहीं ले रही है. एक ओर जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कुछ दिनों पहले जोधपुर में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को अभियुक्त कहते हुए यहां तक आरोप लगा दिया था कि Z सिक्योरिटी उन्होंने राजस्थान पुलिस से बचने के लिए ली है.

वहीं, इस पर गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी जवाब देते हुए कहा कि वह केवल मुख्यमंत्री की नजर में अभियुक्त हैं, क्योंकि उन्होंने उनके बेटे वैभव गहलोत को पौने तीन लाख वोटों से चुनाव हराया था. बाकी पुलिस की ओर से पेश की गई हजारों पन्नों की तीन चार्ज शीट में उनके और उनके परिवार पर कोई आरोप नहीं है. अब इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर गजेंद्र सिंह शेखावत को संजीवनी क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसाइटी मामले में जनता को भ्रमित करने का आरोप लगाया है.

  • SOG जांच में संजीवनी घोटाले में अन्य गिरफ्तार अभियुक्तों के समान ही प्रमाणित हुआ है श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का जुर्म pic.twitter.com/hz4zXmVzrL

    — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) February 21, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

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गहलोत ने कहा कि एसओजी के अनुसंधान में अन्य गिरफ्तार किए जा चुके अभियुक्तों के समान ही धाराओं में गजेंद्र सिंह के जुर्म भी प्रमाणित हो चुके हैं. इस घोटाले में एक लाख से ज्यादा लोगों के 900 करोड़ रुपए संजीवनी सोसायटी ने लूटे हैं. उन्होंने कहा कि प्रॉपर्टी अटैच करने का अधिकार एसओजी के पास नहीं होकर प्रवर्तन निदेशालय के पास है, इसके चलते एसओजी ने पिछले 2 सालों में 5 बार प्रवर्तन निदेशालय को संजीवनी सोसाइटी से जुड़ी प्रॉपर्टी अटैच करने का आग्रह किया. लेकिन प्रवर्तन निदेशालय जो विपक्षी दलों पर छापे मारता है, लेकिन इस मामले में अब तक प्रॉपर्टी अटैच नहीं कर पाई.

गहलोत ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह से सवाल पूछते हुए कहा कि आप तो स्वयं केंद्रीय मंत्री हैं यदि आप बेकसूर हैं तो गरीबों का पैसा वापस दिलवाने के लिए आगे क्यों नहीं आते. केंद्रीय मंत्री होने के नाते आप अब तक ईडी से क्यों कार्रवाई नहीं करवा सके. इसका जवाब आपको जनता को देना होगा और राजस्थान सरकार पीड़ितों को न्याय और इंसाफ दिलाने के लिए ईडी से लगातार संपर्क साधती रहेगी.

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