राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार अजित डोभाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस घटना की जानकारी दी.
सुरक्षाबलों ने पुलवामा जैसी साजिश को किया नाकाम, 40 किलो विस्फोटक लेकर चले थे आतंकी
13:10 May 28
12:00 May 28
काफी दिनों से चल रही थी साजिश : जम्मू कश्मीर पुलिस के आईजी
जम्मू कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि हमारे पास एक सप्ताह पहले इनपुट मिला था. तब से हम ट्रैक कर रहे थे. हमारी सूचना थी कि हिजबुल और जैश दोनों मिलकर कोई योजना बना रहे हैं. कल शाम को पुलिस ने सेना और सीआरपीएफ के साथ मिलकर काम किया. उनका पीछा किया. नाके पर फायरिंग के बावजूद उन्होंने गाड़ी नहीं रोकी.
इसके बाद अगले नाके पर फिर से हमने फायरिं की. क्योंकि वहां अंधेरा था. इसलिए वो भाग गया. इसके बाद हमने गाड़ी देखी. उसकी चेकिंग की. इसमें भारी मात्रा में आईईडी थी. करीब 40-45 किलो विस्फोटक था. हमारी टीम ने इसे डिफ्यूज कर दिया. निश्चित तौर पर यह किसी बड़ी साजिश का एक हिस्सा था.
पुलिस अधिकारी विजय कुमार ने बताया कि ये लोग पिछले काफी दिनों से इस साजिश में लगे थे. लेकिन हमारी सजगता से वे सफल नहीं हो सके.
आईजी ने बताया, 'हमें जानकारी मिली है कि जैश-ए-मोहम्मद का एक आतंकी इस साजिश को अंजाम दे रहा था. हमें शक है कि हिज्बुल मुजाहिदीन का आतंकी आदिल (आईईडी से भरी कार वाला ड्राइवर) भी जैश के संपर्क में था. उसके साथ कुछ पाकिस्तानी आतंकी भी शामिल थे और यह हमला जंग-ए-बदर के दिन ही प्लान किया गया था.'
जानें, जंग-ए-बदर क्या है
रमजान के 17वें रोजे को जंग-ए-बदर कहा जाता है. 624 ई. में जंग ए बदर मदीना में लड़ी गई थी. माना जाता है कि इस दिन इस्लाम के लिए पहली लड़ाई जीती गई थी. इस लड़ाई में पैगंबर साहेब के साथ 300 से ज्यादा साथी मौजूद थे. उनके खिलाफ मक्का के कुरैश काबिले के योद्धा थे.
10:39 May 28
बम को रात में निगरानी में रखा गया और आस-पास के घरों में मौजूद लोगों को बाहर निकाला गया. इसके बाद वाहन को बम निरोधक दस्ते द्वारा विस्फोट कर दिया गया.
10:25 May 28
10:11 May 28
पुलिस का कहना है कि उसे कल रात सूचना मिली कि एक आतंकवादी विस्फोटक से लदी एक कार से जा रहा है. जिसके बाद पुलिस और सुरक्षा बलों को रोड से दूर सुरक्षित इलाकों में ले जाया गया. तभी संदिग्ध वाहन आया और सुरक्षा बलों पर कई राउंड गोलियां चलाई. इसके बाद आतंकी ने थोड़ा आगे जाकर वाहन को छोड़ दिया और अंधेरे में भाग निकला.
09:01 May 28
कश्मीर में टला आईईडी हमला
श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को सुरक्षाबलों ने एक बडे़ हमले को नाकाम कर दिया. दरअसल, पुलवामा के पास एक सेंट्रो कार में इंप्रोवाइज्ड एक्स्प्लोसिव डिवाइस (आईईडी) रखा गया था, जिसकी पहचान सेना द्वारा समय पर कर ली गई और समय रहते बम निरोधक दस्ते द्वारा नष्ट कर दिया गया.
अभी तक की सूचना के मुताबिक इस गाड़ी को जो आतंकी चला रहा था, वह फरार हो गया है. रजिस्टर्ड कार को कश्मीर पुलिस ने ट्रैक किया है. गाड़ी कठुआ में रजिस्टर्ड थी. इस मामले को एनआईए को सौंपा जा रहा है. फिलहाल इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
इस तरह की एक घटना पिछले साल भी हुई थी. पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया गया था. इसमें 40 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले में आतंकियों ने आईईडी से भरी एक कार का इस्तेमाल किया था.
13:10 May 28
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार अजित डोभाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस घटना की जानकारी दी.
12:00 May 28
काफी दिनों से चल रही थी साजिश : जम्मू कश्मीर पुलिस के आईजी
जम्मू कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि हमारे पास एक सप्ताह पहले इनपुट मिला था. तब से हम ट्रैक कर रहे थे. हमारी सूचना थी कि हिजबुल और जैश दोनों मिलकर कोई योजना बना रहे हैं. कल शाम को पुलिस ने सेना और सीआरपीएफ के साथ मिलकर काम किया. उनका पीछा किया. नाके पर फायरिंग के बावजूद उन्होंने गाड़ी नहीं रोकी.
इसके बाद अगले नाके पर फिर से हमने फायरिं की. क्योंकि वहां अंधेरा था. इसलिए वो भाग गया. इसके बाद हमने गाड़ी देखी. उसकी चेकिंग की. इसमें भारी मात्रा में आईईडी थी. करीब 40-45 किलो विस्फोटक था. हमारी टीम ने इसे डिफ्यूज कर दिया. निश्चित तौर पर यह किसी बड़ी साजिश का एक हिस्सा था.
पुलिस अधिकारी विजय कुमार ने बताया कि ये लोग पिछले काफी दिनों से इस साजिश में लगे थे. लेकिन हमारी सजगता से वे सफल नहीं हो सके.
आईजी ने बताया, 'हमें जानकारी मिली है कि जैश-ए-मोहम्मद का एक आतंकी इस साजिश को अंजाम दे रहा था. हमें शक है कि हिज्बुल मुजाहिदीन का आतंकी आदिल (आईईडी से भरी कार वाला ड्राइवर) भी जैश के संपर्क में था. उसके साथ कुछ पाकिस्तानी आतंकी भी शामिल थे और यह हमला जंग-ए-बदर के दिन ही प्लान किया गया था.'
जानें, जंग-ए-बदर क्या है
रमजान के 17वें रोजे को जंग-ए-बदर कहा जाता है. 624 ई. में जंग ए बदर मदीना में लड़ी गई थी. माना जाता है कि इस दिन इस्लाम के लिए पहली लड़ाई जीती गई थी. इस लड़ाई में पैगंबर साहेब के साथ 300 से ज्यादा साथी मौजूद थे. उनके खिलाफ मक्का के कुरैश काबिले के योद्धा थे.
10:39 May 28
बम को रात में निगरानी में रखा गया और आस-पास के घरों में मौजूद लोगों को बाहर निकाला गया. इसके बाद वाहन को बम निरोधक दस्ते द्वारा विस्फोट कर दिया गया.
10:25 May 28
10:11 May 28
पुलिस का कहना है कि उसे कल रात सूचना मिली कि एक आतंकवादी विस्फोटक से लदी एक कार से जा रहा है. जिसके बाद पुलिस और सुरक्षा बलों को रोड से दूर सुरक्षित इलाकों में ले जाया गया. तभी संदिग्ध वाहन आया और सुरक्षा बलों पर कई राउंड गोलियां चलाई. इसके बाद आतंकी ने थोड़ा आगे जाकर वाहन को छोड़ दिया और अंधेरे में भाग निकला.
09:01 May 28
कश्मीर में टला आईईडी हमला
श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को सुरक्षाबलों ने एक बडे़ हमले को नाकाम कर दिया. दरअसल, पुलवामा के पास एक सेंट्रो कार में इंप्रोवाइज्ड एक्स्प्लोसिव डिवाइस (आईईडी) रखा गया था, जिसकी पहचान सेना द्वारा समय पर कर ली गई और समय रहते बम निरोधक दस्ते द्वारा नष्ट कर दिया गया.
अभी तक की सूचना के मुताबिक इस गाड़ी को जो आतंकी चला रहा था, वह फरार हो गया है. रजिस्टर्ड कार को कश्मीर पुलिस ने ट्रैक किया है. गाड़ी कठुआ में रजिस्टर्ड थी. इस मामले को एनआईए को सौंपा जा रहा है. फिलहाल इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
इस तरह की एक घटना पिछले साल भी हुई थी. पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया गया था. इसमें 40 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले में आतंकियों ने आईईडी से भरी एक कार का इस्तेमाल किया था.