नई दिल्ली : संसद के शीतकालीन सत्र को सुचारू रूप से चलाने को लेकर आज सर्वदलीय बैठक संपन्न हो गई है. यह बैठक पूर्वाह्न 11.30 बजे संसद भवन में शुरू हुई थी. संसद के दोनों सदनों में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया था. सरकार की ओर से वरिष्ठ मंत्री राजनाथ सिंह और पीयूष गोयल मौजूद थे. पीएम नरेंद्र मोदी इस बैठक में हिस्सा नहीं ले सके.
बैठक के बाद संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि इस सर्वदलीय बैठक में 31 पार्टियां शामिल हुईं थी. उन्होंने कहा 'आज सर्वदलीय बैठक में 31 राजनीतिक दलों समेत 40 नेताओं ने भाग लिया. बैठक में विस्तार से चर्चा हुई है. नियमों के साथ सरकार सदन में चर्चा के लिए तैयार है.
बैठक के बाद राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ' सर्वदलीय बैठक में 15-20 महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई. सभी दलों ने मांग की कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाने पर सरकार तुरंत ध्यान दे.'' खड़गे ने कहा, ' हम सरकार को सहयोग करना चाहते हैं . अच्छे विधेयक आयेंगे, तब हम सरकार का सहयोग करेंगे . अगर हमारी बात नहीं मानी (चर्चा को लेकर) गई, तब सदन में व्यवधान की जिम्मेदारी सरकार की होगी.''
खड़गे ने कहा कि कुछ अन्य बड़े मुद्दे हैं, जिन्हें पार्टियों ने उठाया ,जिसमें चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव का मुद्दा भी शामिल है.उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को मुआवजा देने का विषय तथा महंगाई, पेट्रोल-डीजल एवं वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ तनाव का मुद्दा भी बैठक में उठा .
उन्होंने कहा कि इसके अलावा बिजली संशोधन विधेयक पर भी सरकार से ध्यान देने को कहा गया है .खड़गे ने कहा, 'हम अपेक्षा कर रहे थे कि बैठक में प्रधानमंत्री आएंगे, लेकिन किसी कारण से वह नहीं आए.''
उन्होंने कहा, 'हम प्रधानमंत्री से कृषि कानूनों को लेकर कुछ बातों पर स्थिति स्पष्ट करना चाहते थे.' खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की और माफी मांगते हुए कहा कि वे किसानों को समझा नहीं पाये .
कांग्रेस नेता ने कहा, 'इसका अर्थ यह है कि कल किसी दूसरे रूप में इन कानूनों को लाया जायेगा, हम इस पर स्थिति स्पष्ट करना चाहते थे.'' उल्लेखनीय है कि सर्वदलीय बैठक में 31 दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया.
संसद के शीतकालीन सत्र को इस लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि सरकार तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए एक विधेयक पेश करेगी, जिस पर दोनों सदनों में जोरदार बहस होने की संभावना है. आगामी संसद सत्र में विपक्ष पेगासस स्पाईवेयर से फोन टैपिंग के मुद्दे को भी उठा सकता है.
आज की बैठक में आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह भी मौजूद थे. लेकिन बैठक के दौरान ही उन्होंने वॉक आउट कर दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें बोलने से रोक दिया गया.
TMC ने उठाए ये मुद्दे
बैठक में टीएमसी ने इन मुद्दों को उठाया
पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम
पेगासस मुद्दा
संघीय ढांचे को कमजोर करने की कोशिश
बीएसएफ का क्षेत्राधिकार
कोविड
बेरोजगारी
महिला आरक्षण
2014 से महत्वपूर्ण बिलों पर विस्तार से चर्चा नहीं
राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने आज शाम को संसद के उच्च सदन में राजनीतिक दलों के सदन के नेताओं की बैठक बुलाई है.
सरकार की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक 26 महत्वपूर्ण विधेयकों को सरकार पेश करेगी. इस बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करें.
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