निमाड़ उत्सव का समापन, ओडिशी नृत्य के जरिए शिव और काली की स्तुति
खरगोन। महेश्वर में 26वें निमाड़ उत्सव के तीसरे और आखिरी दिन बुधवार को मां नर्मदा तट पर ओडिशी नृत्य प्रस्तुत किया गया. मनमोहक नृत्यशैली देख विशाल जनसमूह अभिभूत रह गया. मां अहिल्या किले के ठीक सामने और मां नर्मदा के तट पर बने मंच से ओडिशी नृत्यांगनाओं ने पहले गणेश वंदना कर सभी का मन मोह लिया. उसके बाद मेघपल्लवी नृत्यशैली से जनसमूह की तालियों से पूरा प्रांगण गूंज उठा. इसके बाद महाकाली, बटुक नृत्य और फिर शिव स्तुति से मानों विशाल जनसमूह अपने आराध्य देव शिव की स्तुति करने लगा. वास्तव में निमाड़ उत्सव का तीसरा दिन यहां की जनता के लिए अमिट छाप छोड़ रहा है. नृत्यांगनाओं के चेहरे के हाव-भाव, उनके गहने, वेशभूषा और नृत्य की अलग-अलग शैलियां दर्शकों के लिए यादगार बन गई हैं, जो लंबे समय तक याद रहेगी.
Last Updated : Nov 14, 2019, 7:43 AM IST