उज्जैन में जय गुरुदेव आश्रम में वार्षिक भंडारे का आयोजन, तकलीफ दूर करने को लोग मानते हैं चमत्कार
उज्जैन। बाबा जयगुरुदेव आश्रम में संत उमाकांत महाराज के मार्ग-दर्शन में 16 मई से चल रहे वार्षिक भंडारे में रविवार को पत्रकार सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान उमाकांत महाराज ने पत्रकारों के कई सवालों का जवाब दिया. कथा पंडालों में लोगों के इलाज करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि "अगर किसी के अंदर कोई ऐसी शक्ति है जिससे लोगों की तकलीफ कम हो जाए तो उसे करने में क्या दिक्कत है. लोग उसे चमत्कार मानकर पंडाल में आने लगते हैं." इस दौरान उन्होंने कुछ संतों पर तंज कसते हुए कहा कि "चमत्कार दिखाना बहुत छोटी चीज है. चमत्कार दिखाने से अहंकार आ जाता है. आध्यात्मिक शक्ति क्षीण हो जाती है. इसके कारण समाज भी बदनाम होता है और आध्यात्मिक विकास में भी बाधा होती. हमारे गुरु महाराज ने कभी चमत्कार नहीं दिखाया. यह जरूर हुआ है कि लोगों की तकलीफों को दूर करने का प्रयास किया और तकलीफ दूर हुई तो लोगों ने इसे चमत्कार कहना शुरू कर दिया."