Shiv Sainik protest in Indore: शिवसेना चुनाव चिह्व को निरस्त करने की मांग, 3 सप्ताह तक होंगे विरोध प्रदर्शन
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इंदौर: भारत निर्वाचन आयोग, शिवसेना का चुनाव चिह्न एकनाथ शिंदे पक्ष को देने का लगातार विरोध जारी है. अब शिवसेना ने पार्टी के पुराने चुनाव चिह्न तीर कमान को निरस्त करने की मांग की है. इतना ही नहीं इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान शिवसैनिकों ने 3 सप्ताह तक विरोध प्रदर्शन जारी रखने का फैसला किया है. इंदौर में प्रदर्शन के दौरान शिवसैनिक एकनाथ शिंदे को गद्दार बताते हुए पुतला दहन किया.
शिवसेना के चुनाव चिह्न के लिए लंबी प्रक्रिया: शिवसेना में एकनाथ शिंदे के बढ़ते प्रभुत्व के बीच निर्वाचन आयोग के समक्ष चुनाव चिह्न के लिए लंबित प्रक्रिया है. जिसके आधार पर चुनाव आयोग ने शिवसेना का चुनाव चिह्न तीर कमान एकनाथ शिंदे पक्ष को दिया है. हालांकि इस मामले में शिवसेना ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. जिस पर आगामी 3 सप्ताह तक सुनवाई होगी. तीर कमान चुनाव चिह्न एकनाथ शिंदे गुट को दिए जाने से शिवसेना उद्वव ठाकरे गुट नाराज है. कोर्ट में लंबित फैसले के दौरान अब लगातार विरोध प्रदर्शन के मूड में है. इसी क्रम में इंदौर में शिवसेना आगामी 3 सप्ताह तक कोई ना कोई विरोध प्रदर्शन चुनाव चिह्न को लेकर जारी रखना चाहती है.
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चुनाव आयोग पर पक्षपात का आरोप: इसकी शुरुआत इंदौर के राजवाड़ा में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पुतला दहन से हुई. इस दौरान शिवसैनिकों ने चुनाव आयोग पक्षपात करने का आरोप लगाया है. शिवसेना प्रमुख महेश शर्मा ने कहा कि "आयोग ने सोची-समझी रणनीति के तहत शिवसेना का चुनाव चिह्न तीर कमान एकनाथ शिंदे गुट को दिया है. यह अन्याय पूर्ण है. विरोध के चलते शिवसेना का चुनाव चिह्न तीर कमान निरस्त कराया जाए. जिससे पार्टी को मिले नए चिह्न मशाल के जरिए एकनाथ शिंदे गुट की पार्टी को एक डाल दो तलवार से आमना सामना करने का मौका दिया जाए. जिससे चुनाव चिह्न पर भी दावेदारी स्पष्ट हो जाएगी. कांग्रेस के सामने भी ऐसी स्थिति बनी थी. तब निर्वाचन आयोग ने पार्टी के पूर्व चुनाव चिह्न गाय बछड़े को निरस्त किया था. अब यही स्थिति शिवसेना के चुनाव चिह्न तीर कमान को लेकर है, इसलिए तीर कमान वाला चुनाव चिह्न निर्वाचन आयोग को निरस्त कर देना चाहिए. जिससे कि आयोग की पारदर्शिता और निष्पक्षता बनी रहे."