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महिला ने सड़क पर दिया बच्चे को जन्म, परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाए गंभीर आरोप

मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं कितनी बदहाल हैं. इसका उदाहरण विदिशा से सामने आया है. डॉक्टरों की लापरवाही के चलते एक प्रसूता ने बस स्टैंड पर खुले में बच्चे को जन्म दे दिया.

woman gives birth to a child on the street
महिला ने सड़क पर दिया बच्चे को जन्म
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Published : Dec 16, 2019, 5:23 PM IST

विदिशा। मध्यप्रदेश सरकार भले ही स्वास्थ्य सुविधाओं के दुरूस्त होने का दावा कर अपनी पीट थपथापा ले पर जमीनी हकीकत सरकार के सभी दावों को सिरे से खारिज कर रही है. ताजा मामला विदिशा से सामने आया है, जहां जिला अस्पताल से कुछ ही दूरी पर स्थित बस स्टैंड के पास एक महिला ने खुले में बच्चे को जन्म दे दिया. एंबुलेंस को फोन करने के आधा घंटा बाद भी वाहन मौके पर नहीं पहुंचा.

सड़क पर डिलिवरी


पीड़ित परिवार महिला को ऑटो में लेकर अस्पताल पहुंचा. महिला को कुछ देर पहले ही भोपाल ले जाने की बात कहकर अस्पताल से डिस्चार्ज किया था. जब परिजन अपने गांव जाने के लिए बस स्टैंड पहुंचे तो महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया. आसपास मौजूद लोगों ने परदा डालकर महिला की डिलीवरी कराई.


डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप
मामले में प्रसूता के परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि अस्पताल जाने पर डॉक्टर मरीज का सिर्फ हाथ देखते हैं और इलाज करने की बजाय भोपाल रेफर करने की बात कह देते हैं. इस दौरान मरीजों के साथ अभद्रता भी की जाती है.


मंत्री हर्ष यादव ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
छह दिन पहले ही गंजबासौदा तहसील के ककरावदा गांव निवासी जगदीश अपनी पत्नी को लेकर अस्पताल गया था. जिला अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद उसकी पत्नी से बस स्टैंड के पास बच्चे को जन्म दे दिया. इससे पहले डॉक्टरों ने डिलीवरी संबंधी कोई जानकारी परिजनों को नहीं दी और डिस्चार्ज कर दिया. विदिशा के प्रभारी मंत्री हर्ष यादव ने इस घटना को निंदनीय बताया है. उन्होंने जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन भी दिया है.

विदिशा। मध्यप्रदेश सरकार भले ही स्वास्थ्य सुविधाओं के दुरूस्त होने का दावा कर अपनी पीट थपथापा ले पर जमीनी हकीकत सरकार के सभी दावों को सिरे से खारिज कर रही है. ताजा मामला विदिशा से सामने आया है, जहां जिला अस्पताल से कुछ ही दूरी पर स्थित बस स्टैंड के पास एक महिला ने खुले में बच्चे को जन्म दे दिया. एंबुलेंस को फोन करने के आधा घंटा बाद भी वाहन मौके पर नहीं पहुंचा.

सड़क पर डिलिवरी


पीड़ित परिवार महिला को ऑटो में लेकर अस्पताल पहुंचा. महिला को कुछ देर पहले ही भोपाल ले जाने की बात कहकर अस्पताल से डिस्चार्ज किया था. जब परिजन अपने गांव जाने के लिए बस स्टैंड पहुंचे तो महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया. आसपास मौजूद लोगों ने परदा डालकर महिला की डिलीवरी कराई.


डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप
मामले में प्रसूता के परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि अस्पताल जाने पर डॉक्टर मरीज का सिर्फ हाथ देखते हैं और इलाज करने की बजाय भोपाल रेफर करने की बात कह देते हैं. इस दौरान मरीजों के साथ अभद्रता भी की जाती है.


मंत्री हर्ष यादव ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
छह दिन पहले ही गंजबासौदा तहसील के ककरावदा गांव निवासी जगदीश अपनी पत्नी को लेकर अस्पताल गया था. जिला अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद उसकी पत्नी से बस स्टैंड के पास बच्चे को जन्म दे दिया. इससे पहले डॉक्टरों ने डिलीवरी संबंधी कोई जानकारी परिजनों को नहीं दी और डिस्चार्ज कर दिया. विदिशा के प्रभारी मंत्री हर्ष यादव ने इस घटना को निंदनीय बताया है. उन्होंने जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन भी दिया है.

Intro:बसस्टेन्ड पर खुले में हुआ प्रसव

आधा घंटा तक खुले में बैठी रही महिला नहीं आई एम्बुलेंस जननी एक्सप्रेस

आटो में बैठकर पंहुचे जच्चा-बच्चा अस्पताल

आसपास के नागरिकों ने कपङे का पर्दा बनाकर करवाई डिलेवरी

प्रभारी मंत्री हर्ष यादव थे मौजूद विदिशा में

स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी सहित प्रशासन लगा हुआ था मंत्री जी की आवभगत में

Body:विदिशा :- प्रदेश सरकार भले ही कितने दावे कर ले स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है..इसका जीता जागता उदाहरण है विदिशा का स्वास्थ्य विभाग...आज ऐसा ही एक मामला विदिशा में देखने को मिला है अस्पताल से कुछ देर पहले ही डिस्चार्ज हुई महिला की बस स्टैंड पर खुले में ही डिलेवरी हो गई...आसपास के नागरिकों ने कपङे का पर्दा बनाकर महिला की डिलेवरी तो करवा दी...लेकिन आधा घंटा बीतने के बाद भी एम्बुलेंस या जननी एक्सप्रेस नहीं पंहची और आसपास के रहवासियों ने ही आटो से जच्चा-बच्चा को अस्पताल पंहुचवाया....

Conclusion:-विदिशा के गंजबासौदा तहसील के ककरावदा गाँव के जगदीश ने अपनी पत्नी को जिला अस्पताल में पिछले छः दिन पहले भर्ती करवाया था...और आज उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया लेकिन महिला की हालत नहीं देखी...

डिस्चार्ज होने के थोड़ी देर बाद ही विदिशा बसस्टेन्ड पर खुले में ही डिलेवरी हो गयी...वंहा पर उपस्थित आमनागरिको ने पर्दा लगाकर डिलेवरी करवा दी और 108 सहित एम्बुलेंस और जननी एक्सप्रेस को सूचना भी दे दी लेकिन आधा घंटा बीतने के बाद भी कोई भी वाहन नहीं पंहुचा और मजबूरन जच्चा-बच्चा को आटो से अस्पताल ले जाना पङा...हालाँकि नवजात और मा दोनों स्वस्थ बताये जा रहे हैं...
बाइट-जगदीश पति
बाइट-आम नागरिक

वहीं इस मामले में विदिशा में मौजूद प्रभारी मंत्री ने निंदा करते हुए मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मामला निंदनीय है मैं अभी तुरंत ही इस मामले को दिखवाते हैं और दोषी पाये जाने पर तुरंत कार्रवाई की जायेगी...

बाइट-हर्ष यादव प्रभारी मंत्री विदिशा
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