विदिशा। गर्भवती महिला प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी लाडली बहना योजना का फार्म भरवाने प्रशासन की चौखट पर गई तो कागजों में मृत घोषित कर दिया गया है. इतना देखते हुए महिला सहित उसके परिजन अवाक रह गए, क्योंकि लटेरी तहसील की ग्राम पंचायत उनारसी कला की पंचायत की मेहरबानी से उसके दस्तावेजों और आईडी में उसे स्वर्गीय बना दिया गया है. जिस कारण से महिलाओं को किसी भी योजना का लाभ नहीं मिल पाया. थक हार कर महिला एसडीएम की चौखट पर पहुंची और वहां गुहार लगाई की मैडम मैं जिंदा हूं. अब एसडीएम कहती हैं कि 3 दिन के अंदर जांच करवा कर जिसकी भी गलती है संबंधित पर कार्रवाई करेंगे.
जिंदा ही मृत हुई महिला: विदिशा जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है जिसे देख, सुनकर हर कोई हैरान है. विदिशा के उनारसीकला ग्राम की महिला सुशीला बाई को कागजों में पंचायत सचिव ने मृत घोषित कर दिया है. उक्त महिला सरकार के नकारा सिस्टम के कारण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वाकांक्षी योजना लाडली बहना के लाभ से भी वंचित रह गई. 27 साल की सुशीला कुशवाह जीवित तो है मगर उसे कागजों में मृत घोषित कर दिया गया, और उस महिला को अपने जिंदा होने का सबूत लेकर दर दर घूमना पड़ रहा है मगर उसे कागजों में जिंदा करने वाला शायद कोई नहीं है.
Also Read |
पंचायत के दस्तावेजों में मृत घोषित: कागजों में मृत महिला सुशील बाई ने जानकारी देते हुए बताया कि उसे ग्राम पंचायत के समग्र आईडी में मृत घोषित कर दिया गया. महिला के पति एवं उस महिला के ससुर ने भी पंचायत सचिव पर महिला को कागजों में मृत घोषित करने का आरोप लगाया है. महिला के ससुर का कहना है कि हमें तो तब पता चला जब हम अपनी बहू को लाडली बहना योजना का फॉर्म भरवाने गए थे अब इसको वह लाभ भी नहीं मिला और यह अभी गर्भवती है जल्दी ही इसका प्रसव होने वाला है लेकिन गर्भवती योजना का लाभ भी अब हमारी बहू को नहीं मिल पाएगा इसलिए हम सारे लोग एसडीएम से अपनी बहू के जिंदा होने का सबूत मांग रहे हैं. महिला के द्वारा संबंधित अधिकारियों को लिखित एवं मौखिक शिकायत की जा चुकी है लेकिन उसका कोई हल नहीं निकला है वहीं इस मामले में एसडीएम निकिता तिवारी ने हैरानी जताते हुए सचिव के खिलाफ एक्शन के साथ ही तीन दिन में जांच का भरोसा दिया है.