विदिशा। सिरोंज विधानसभा क्षेत्र में एक ऐसे गुरूजी हैं, जो दिव्यांग होने के बावजूद करीब 30 साल से लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं, साथ ही समय पर स्कूल आना और बच्चों को शिक्षा देने को अपना कर्तव्य मानने वाले दिव्यांग शिक्षक राजेश शर्मा अपने इस कर्तव्य को बखूबी निभा रहे हैं.
दृढ़ इच्छा शक्ति से दिव्यांगता को दी थी मात, अब 30 साल से तैयार कर रहे 'कल' का भविष्य - सर्वपल्ली राधाकृष्णन
शिक्षक दिवस पर आपको एक ऐसे शिक्षक से रूबरू कराते हैं, जिन्होंने अपने मजबूत इरादों से दिव्यांगता को मात दी और समाज के लिए मिसाल बन गये.
दृढ़ इच्छा शक्ति से दिव्यांगता को दी थी मात
विदिशा। सिरोंज विधानसभा क्षेत्र में एक ऐसे गुरूजी हैं, जो दिव्यांग होने के बावजूद करीब 30 साल से लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं, साथ ही समय पर स्कूल आना और बच्चों को शिक्षा देने को अपना कर्तव्य मानने वाले दिव्यांग शिक्षक राजेश शर्मा अपने इस कर्तव्य को बखूबी निभा रहे हैं.
Intro:शिक्षक दिवस पर ईटीवी की खास बातचीत, संवाददाता जफरुल्लाह के साथ।Body:एमपी जिला विदिशा विधानसभा सिरोंज
स्लंग । शिक्षक दिवस पर ईटीवी की खास बातचीत, संवाददाता जफरुल्लाह के साथ।
एंकर । आज शिक्षक दिवस है और इस मौके पर हम आपसे मिलवाने जा रहे हैं एक ऐसे शिक्षक से जो अपाहिज होने के बावजूद भी करीब 30 साल से लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं साथ ही बराबर समय पर स्कूल आना और समय पर बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराना इनका कर्तव्य है साथ ही यह अपने कर्तव्य को बखूबी तरीके से निभा रहे हैं आइए खुद उनके मुंह जुबानी सुनते हैं ईटीवी संवाददाता जफरुल्लाह खान के साथ....Conclusion:एक ऐसे शिक्षक से जो अपाहिज होने के बावजूद भी करीब 30 साल से लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं साथ ही बराबर समय पर स्कूल आना और समय पर बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराना इनका कर्तव्य है
स्लंग । शिक्षक दिवस पर ईटीवी की खास बातचीत, संवाददाता जफरुल्लाह के साथ।
एंकर । आज शिक्षक दिवस है और इस मौके पर हम आपसे मिलवाने जा रहे हैं एक ऐसे शिक्षक से जो अपाहिज होने के बावजूद भी करीब 30 साल से लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं साथ ही बराबर समय पर स्कूल आना और समय पर बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराना इनका कर्तव्य है साथ ही यह अपने कर्तव्य को बखूबी तरीके से निभा रहे हैं आइए खुद उनके मुंह जुबानी सुनते हैं ईटीवी संवाददाता जफरुल्लाह खान के साथ....Conclusion:एक ऐसे शिक्षक से जो अपाहिज होने के बावजूद भी करीब 30 साल से लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं साथ ही बराबर समय पर स्कूल आना और समय पर बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराना इनका कर्तव्य है