विदिशा। एक तरफ जहां कोरोना वायरस जैसी महामारी से प्रदेश जूझ रहा है, तो वहीं निसर्ग तूफान ने किसानों और प्रशासन की चिंता बड़ा दी है. 3 मई यानि बुधवार शाम से शमशाबाद क्षेत्र में जोरदार बारिश का दौर जारी रहा, जिससे श्मशाबाद की अनेक सोसाइटी में पड़ा लगभग 50 हजार बोरी गेहूं, 3 हजार बोरी चना पूरी तरह से भीग गया.
सोसाइटी प्रभारियों ने बताया कि पर्ची जनरेट नहीं होने के चलते अनाज का परिवहन नहीं हो सका है. वहीं अचानक हुई जोरदार बरसात की चपेट में आने से गेहूं और चना गीला हो गया है, जिससे भारी नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है. तुलाई बंद होने से हजारों किसान अपना अनाज लेकर वापस घर लौट चुके हैं. हालांकि कुछ किसान अभी भी इंतजार कर रहे हैं.
किसानों को उठाना पड़ रहा खामियाजा
जिला प्रशासन की बदइंतजामी का खामियाजा किसानों को उठाना पड़ा रहा है. वहीं सिस्टम की नाकामी से हजारों क्विंटल अनाज बारिश के चलते खराब होने की कगार पर है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान देना जरूरी नहीं समझते हैं.