भोपाल: केन्द्र सरकार के एक फैसले से मध्यप्रदेश के डेढ़ करोड़ लोगों को सीधा फायदा मिलने जा रहा है. गरीबों कल्याण की योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा हितग्राहियों को लाभ मिल सके, इसके लिए केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा निर्णय लिए जा रहे हैं. इस दिशा में केन्द्र सरकार ने गरीब कल्याण अन्न योजना में महत्वपूर्ण बदलाव किया है. केन्द्र सरकार की इस योजना का लाभ मध्यप्रदेश के 1 करोड़ 53 लाख परिवारों को फायदा मिलेगा. इसके तहत अक्टूबर माह से प्रदेश के गरीब परिवारों को 5 किलो अतिरिक्त गेहूं मिलेगा.
योजना में यह हुआ बड़ा बदलाव
केन्द्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को लेकर बड़ा निर्णय लिया है. केन्द्र सरकार ने इस योजना के तहत 35 लाख टन अतिरिक्त गेहूं का आवंटन किया है. बढ़ा हुआ आवंटन मार्च 2025 तक दिया जाएगा. केन्द्र सरकार के इस फैसले का लाभ मध्यप्रदेश के पात्र परिवारों को भी होगा. मध्यप्रदेश में 1 करोड़ 53 लाख हितग्राही गरीब परिवार यानी करीबन 5 करोड़ गरीब उचित मूल्य की दुकानों से राशन लेते हैं. इन परिवारों को अक्टूबर माह से 5 किलो अतिरिक्त राशन मिलेगा. प्रदेश के गरीब परिवारों को अभी 75 फीसदी गेहूं और 25 फीसदी चावल राशन के रूप में मिलता था. उम्मीद जताई जा रही है कि चावल की मात्रा को कम करके हितग्राहियों को गेहूं की मात्रा ज्यादा दी जाएगी. खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के आयुक्त रविन्द्र सिंह के मुताबिक अभी इस संबंध में आदेश नहीं आए हैं, आदेश आते ही इसके अनुमान कदम उठाए जाएंगे.
रागी और ज्वार भी मिलेगा गरीबों को
मध्यप्रदेश में 2 हजार 826 उचित मूल्य की राशन दुकानें संचालित हैं. इनके माध्यम से प्रदेश के करीबन डेढ़ करोड़ परिवारों को राशन बांटा जाता है. केन्द्र सरकार के आदेश के बाद अक्टूबर माह से 5 किलो अतिरिक्त गेहूं तो मिलेगा ही, साथ ही जल्द ही राशन दुकानों से श्री अन्न भी मिलने जा रहा है, इसको लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पिछले दिनों खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान इसके निर्देश दिए थे. विभाग के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के मुख्यमंत्री के निर्देशा के अनुसार राशन सामग्री में प्रदेश में पैदा होने वाला ज्वार, रागी आदि श्री अन्न भी शामिल किया जाएगा. इसको लेकर तैयारियां चल रही हैं, प्रदेश सरकार द्वारा बाजरा पहले भी दिया जाता रहा है.