विदिशा। कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. एक बार फिर स्थानीय विधायक पर लॉकडाउन के दौरान धरना देने के आरोप लगे हैं और विधायक पर एफआईआर दर्ज की गई है. विदिशा विधायक शशांक भार्गव नगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष समेत 50 कांग्रेसियों पर लॉकडाउन के उल्लंघन के मामले में कोतवाली थाने में केस दर्ज किया गया है. विधायक शशांक भार्गव पर धारा 188 ,144 के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया गया है, वहीं विधायक ने कहा है कि जनता के हित में आवाज उठाने के लिए वह जेल जाने को भी तैयार हैं.
दरअसल कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव ने 28 जुलाई को माधवगंज चौराहे पर अन्नत्याग कर धरना प्रदर्शन दिया था. जिसमें विधायक सहित 50 कांग्रेसी कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारी शामिल हुए थे. इसी बात को लेकर एसडीएम के पत्र पर विदिशा कोतवाली टीआई बीरेंद्र झा ने लॉकडाउन के उल्लंघन के मामले में धारा 188 धारा 144 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है.
बता दें विधायक शशांक भार्गव अपने समर्थकों के साथ 28 जुलाई को माधवगंज चौराहे पर बकायदा टेंट लगाकर एक धरना प्रदर्शन कर रहे थे. जिसमें उन्होंने उपवास वजह कोविड-19 के पेशेंट को पूरे जिले के अस्पतालों में सुविधाएं नहीं मिलना बताया. साथ ही जिला अस्पताल में भारी अनियमितताएं और अव्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए विधायक ने धरना दिया था, जिसके बाद कलेक्टर के आश्वासन पर विधायक ने धरना खत्म किया था.
हालांकि प्रकरण दर्ज होने के बाद विधायक शशांक भार्गव ने कहा कि उन्होंने कोरोना के मरीजों के लिए आवाज उठाई है. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में अव्यवस्थाओं का आलम है और वह जनता के लिए जेल जाने को भी तैयार हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के इशारे पर लगातार उनपर मामला दर्ज हो रहा है.