विदिशा। जिले के विधानसभा सिरोंज का शासकीय राजीव गांधी चिकित्सालय परेशानियों को लेकर आए दिन सुर्खियों में रहता है. अस्पताल में मरीजों की सुध और उन्हें सुनने वाला कोई नहीं है. जिसके चलते मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.
दरअसल शासकीय राजीव गांधी चिकित्सालय में गर्भवती महिलाएं कोरोना संक्रमण के बीच और दूर दराज से जांच के लिए पहुंच रही हैं. लेकिन घंटों इंतजार करने के बाद भी डॉक्टर अस्पताल में मौजूद नहीं रहते हैं, वहीं आज भी एक गर्भवती महिला जांच के लिए पहुंची. लेकिन ओपीडी से डॉक्टर नदारद मिले. 2 घंटे तक इंतजार करने के बाद भी महिला की जांच के लिए डॉक्टर नहीं पहुंची. जिसके चलते महिला को बिना जांच करवाए ही वापस लौटना पड़ा.
समदपुर निवासी पूजा जाटव ने बताया कि वह अपनी जांच करवाने के लिए आई थी. लेकिन घंटों तक इंतजार करने के बाद भी डॉक्टर नहीं आई. जिसके चलते गर्भवती महिला को वापस जाना पड़ा. वहीं गंगा खेड़ी निवासी पूनम भाई ने भी बताया की वह लाइन में लगी थी, लेकिन महिला डॉक्टर बिना बताए अपने कमरे से गायब हो गई. इस तरह से 50 से ज्यादा गर्भवती महिलाएं इधर से उधर परेशान होती रहीं. लेकिन डॉक्टर उनकी जांच के लिए नहीं मिली.
इस मामले में अस्पताल के प्रभारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि डॉक्टरों की कमी के चलते डॉ विनीता अग्रवाल दूसरे कक्ष में चली गई थी. इससे पहले भी डॉ विनीता अग्रवाल को गैरहाजरी को लेकर नोटिस दिया जा चुका है. बावजूद इसके वह अपनी मनमर्जी करती नजर आ रही हैं. बावजूद इसके आला अधिकारी डॉक्टर पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. जिसका खामियाजा गर्भवती महिलाओं को भुगतना पड़ रहा है.