विदिशा। स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए इस साल प्रदेश भर के शहरों में खुद को नवंर वन बनाने की होड़ लग गई है. विदिशा नगर पालिका भी इस बार स्वच्छता में अव्वल आने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है. शहर में जगह-जगह स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरुक करने लिए दीवारों पर स्लोगन लिखे हैं तो नगर-पालिका की टीम भी लोगों को जागरुक करने का काम कर रही है, लेकिन ईटीवी भारत की पड़ताल में विदिशा शहर के स्वच्छता की हकीकत कुछ और ही नजर आती है.
विदिशा नगर में दाखिल होते ही शहर के ईदगाह चौराहे पर सड़क किनारे गंदगी का अंबार दिखता है. इतना ही नहीं इसी चौराहे पर जिला मुख्यालय यानि कलेक्ट्रेट भवन बना है. इस भवन के अंदर पहुंचने पर दीवारें आपको ये संदेश देती मिल जाएंगी कि अगर दीवार पर थूका तो 200 रुपए जुर्माना लगेगा, लेकिन लगभग हर दीवार पर पान-गुटखे के पीक कलेक्ट्रेट के स्वच्छ्ता अभियान की गवाही दे रही हैं.
मुख्यालय में पानी पीने के लिए वाटर कूलर लगे हैं, लेकिन यहा भी चारों तरफ गंदगी का अंबार लगा है. भवन के पीछे का हिस्से में भी पालीथिक का अंबार लगा हुआ है. इसी तरह शहर की जिला अस्पताल हो अन्य कोई स्थान चारो तरफ गंदगी नजर आ रही है. ऐसे में विदिशा शहर स्वच्छता में अव्वल कैसे आएगा.
स्वच्छता पर विदिशा के आम लोगों की राय
विदिशा में रहने वाले संतोष रैकवार बताते हैं स्वच्छता में पहले ही विदिशा पिछड़ा हुआ था. नगर पालिका अपने आप को स्वच्छता में अव्वल बता रही है. लेकिन जगह-जगह गंदगी के अंबार लगे हैं चौक चौराहे नालियां आप खुद देख सकते हैं. इसी तरह नरेश साहू बताते हैं करीब डेढ़ से 2 महीने नगर पालिका में नालियां चौक नाले चौक की शिकायत कर रहे हैं. लेकिन इस तरफ नगर पालिका कोई सुनवाई ही नहीं कर रही है.
वही कुछ सरकारी अधिकारी इस गंदगी की बात को इंकार करते नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि विदिशा में जल्द ही गंदगी खत्म की जाएगी. शहर में स्वच्छता के प्रति अभियान चलाया जा रहा है. जिसके परिणाम हमे जल्द ही देखने को मिलेंगे.