उमरिया। अभी तक आपने महुआ से शराब बनना ही सुना होगा, लेकिन अब सेहत का ख्याल रखने वाला च्यवनप्राश बनेगा. महुआ के उपयोगी होने से जंगल के आसपास के गांव में रहने वाले आदिवासियों को इसका लाभ मिल पाएगा. अब तक जो महुआ 2 से 3 हजार रूपये क्विटंल बिक रहा था, उसकी अच्छी खासी कीमत आदिवासियों को मिलेगी. इससे उनकी मेहनत सार्थक होगी. महुआ फूल का विदेशों में निर्यात के लिए डीएफओ और लंदन की फारेस्ट कंपनी के बीच करार हो गया है. कंपनी के सीनियर अधिकारियों ने पहले महुआ की क्वालिटी और उसके रखरखाव को लेकर ग्रामीण जनों से चर्चा की और उन्हें प्रशिक्षित भी किया है.
लंदन जाएगा महुआ: उमरिया जिले का महुआ लंदन की कंपनी ओ फारेस्ट 110 रूपये की दर लघु वनोपज संघ उमरिया के साथ कलेक्टर उमरिया डॉ. के डी त्रिपाठी तथा वन मण्डलाधिकारी मोहित सूद की उपस्थिति में कंपनी के प्रतिनिधियों के ओ कंपनी के डायरेक्टर अनिल पटेल, वैज्ञानिक डॉ सैम रजिया के मध्य एमओयू हुआ. अब तह कंपनी 100 टन महुआ खरीदेगी. कंपनी के अधिकारियों ने जिला प्रशासन तथा वन अमले के साथ ग्राम मगरधरा, अचला और करकेली में महुआ संग्राहकों से मुलाकात की है.
मिलती-जुलती खबरें जरूर पढ़ें |
वन मंडल की पहल: अनु विभागीय अधिकारी वन कुलदीप त्रिपाठी ने महुआ संग्राहकों से नेट के माध्यम से संग्रहण करने तथा सोलर पैनल से महुआ सुखाने की तकनीक की जानकारी दी. जिससे महुआ में दाग न लगे. साथ ही पैकेजिंग की भी जानकारी दी गयी है. इस दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक, वन यूनियन भोपाल से आए अधिकारी उपस्थित रहें. उमरिया वन मंडल ने पहल की और महुआ के पेड़ों को चिह्नित कर महुआ बीनने का प्रशिक्षण दिया गया. जिससे महुआ की क्वालिटी खराब ना हो और महुआ को विदेश भेज जा सके. महुआ क्षेत्र में 30 से 35 रुपये किलो बिकता है. लंदन में महुआ 110 रुपए किलो की दर से बेचा जाएगा. इसके लिए अभी 5 गांवों को चिह्नित किया गया है.