उमरिया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के ताला जोन में दो मादा बाघ शावकों की मौत हो गई. ताला परिक्षेत्र की दक्षिण गोहडी बीट के कक्ष क्रमांक 301 में उमरहा पहाड़ी के ऊपर एक गुफा के पास दो नवजात मादा बाघ शावक मिले हैं. जिनकी आंखें अभी नहीं खुली थीं. इनमें से एक मृत अवस्था में थी, जबकि दूसरी शावक आवाज कर रही थी. जिसकी मौत भी घातक घाव के कारण हो गई. मामले को लेकर पार्क संचालक विंसेन्ट रहीम ने बताया कि घटना की सूचना पर सहायक संचालक और वन्य जीव पशु चिकित्सक को मौके पर रवाना किया गया, और इसकी सूचना मुख्य वन्य प्राणी अभिरक्षक को दी गई है.
उनके द्वारा वन्य जीव विशेषज्ञों से राय लेकर शावकों पर रात भर नजर रखने के निर्देश दिए थे, लेकिन सुबह जाकर देखने पर दोनों शावक मृत पाए गए हैं. इसके साथ ही मौके पर मादा बाघ के पांव के निशान भी देखे गए हैं. जिससे ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है, कि शावकों की मां रात में उनके पास आई थी.
वहीं सुबह दोनों मृत शावकों को बाथन लाया गया और क्षेत्र संचालक विंसेन्ट रहीम, सहायक संचालक सहित अन्य कर्मचारियों की मौजूदगी में पार्क के सहायक वन्य जीव शल्य चिकित्सक डॉक्टर नितिन गुप्ता द्वारा शव के सैंपल लिए गए, और उसके बाद दोनों शावकों का दाह संस्कार किया गया.
शरीर पर चोट लगने से हुई मौत- वन अधिकारी
पार्क संचालक के मुताबिक मरने वाले दोनों शावक बमुश्किल एक सप्ताह के थे. बताया गया है कि शावकों की आंख भी अभी नहीं खुली थी. इन शावकों के जन्म की जानकारी भी प्रबंधन को इसलिए नहीं लग पाई थी, क्योंकि अभी बाघिन इन शावकों को निकालकर सामने नहीं लाई थी. इस बारे में जानकरी देते हुए पार्क प्रबंधन ने बताया कि किसी बड़े बाघ के हमले में यह घटना हुई है. दोनों ही शावकों के शरीर पर चोट के घातक निशान पाए गए हैं. जिससे उनकी मौत हुई है.