उमरिया। महिलाओं की सुरक्षा एवं जागरूकता को लेकर उमरिया पुलिस के द्वारा अभियान की शुरूआत की गई है. जिसमें ऐसे लोगों को सम्मानित किया जा रहा है जो समाज में बुराइयों को दूर करने में पुलिस का सहयोग करते हैं. इसी बीच में एसडीओपी जितेंद्र सिंह जाटव ने पाली कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में जाकर छात्राओं से सीधा संवाद किया और कानूनी दावपेंच सहित व्याहारिक जीवन में आने वाली समस्याओं के बारे मे खुलकर बातचीत की.
छोटी बातों को भी कभी न करें नजर अंदाज
एसडीओपी जितेंद्र सिंह जाटव ने छात्राओं से संवाद करते हुए कहा आप लोग रोजाना बाजार के रास्ते होकर स्कूल तक पहुंचती है. यही रास्ते में कोई अनर्गल बात करें या आपत्तिजनक तरीके से पेश आए तो आपको भयभीत नहीं होना है. आपको अपने विद्यालय,अविभावक या पुलिस को सूचित करना है. कभी कभी इन घटनाओं को आप लोग छोटी-छोटी बात समझ कर सामाजिक दबाव में आकर घर, स्कूल या पुलिस को सूचित नहीं करते हैं. इससे भविष्य ये किसी बड़ी घटना घटने की आशंका रहती है.
कैसे बन सकते है रियल हीरो
समाज में होने वाली अप्रिय घटनाओं को समाज का कोई भी व्यक्ति उसे वही रोककर या उसकी सूचना देकर रियल हीरो बन सकता है. एसडीओपी ने छात्राओं से कहा यदि आप के सामने किसी सहपाठी छात्रा के साथ कोई छेड़छाड़ करता है और वह छात्रा उस घटना का विरोध नहीं कर पा रही हैं, ऐसी परिस्थितियों में आप उसकी सूचना देकर रियल हीरो बन सकती हैं. सामाजिक बुराई को दूर करने में जो भी पुलिस का सहयोगी बनेगा उसे पुलिस रियल हीरो के तमगे से नवाजेगी.
कौन है असली हीरो
एसडीओपी जितेंद्र सिंह जाटव ने ईटीवी से बात करते हुए कहा कि जो भी व्यक्ति महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराध को रोकने में पुलिस की मदद करता है हमारी नजर में असली हीरो वही है. चाहे वह बस का कंडक्टर हो, चौराहों की राहों पर पान की दुकान चलाने वाला दुकानदार हो या फिर कोई भी समान नागरिक. जो समाज में महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों की सूचना पुलिस को दें या फिर आपत्ति प्रकट करके उसे वही रोके उसे ही समाज असली हीरो के रूप में जानता है.