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Bandhavgarh Tiger Reserve मां-बेटे पर हमला करने वाला बाघ कड़ी मशक्कत के बाद तीसरे दिन लौटा जंगल - तीसरे दिन जंगल में वापस कराया

एक मां के हौसले के सामने पस्त हुआ बाघ पिछले दो दिन से उसी गांव के आसपास ही छुप हुआ था. वह वहीं खेतो में विचरण कर रहा था. वन अमले ने बड़ी मशक्कत के बाद तीसरे दिन उसे जंगल में वापस कराया. वन विभाग की टीमें दो दिन से बाघ की निगरानी कर रही थीं, खतरा ये था कि बाघ कहीं रिहायशी इलाके में न घुस जाए. बाघ की जंगल वापसी से वन विभाग के साथ ही ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है. Tiger return forest, Tiger Attack Mother Son, Tiger attacked woman Umaria, Mother fight bravely Tiger

Bandhavgarh Tiger Reserve
कड़ी मशक्कत के बाद तीसरे दिन लौटा जंगल
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Published : Sep 7, 2022, 11:22 AM IST

Updated : Sep 7, 2022, 2:33 PM IST

उमरिया। जिले के एक गांव में मासूम बच्चे और उसकी मां पर हमला करने के बाद बाघ उसी गांव के खेतों में डेरा डाले रहा. बीते 4 सितंबर को जंगल से रोहनिया गांव के नजदीकी खेतो में आये बाघ ने वहां काम कर रही अर्चना चौधरी नामक महिला के 15 माह के मासूम बच्चे राजवीर को शिकार बनाने की कोशिश की थी.

बाघ ने किया मासूम पर हमला : अपने बच्चे की जान खतरे में देखकर मां बाघ के सामने कूद गई थी. हालांकि इस संघर्ष में मां और बेटे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गये. उन्हें इलाज के लिए पहले मानपुर स्वास्थ्य केंद्र, फिर उमरिया जिला अस्पताल और अब मेडिकल कॉलेज जबलपुर में भर्ती कराया गया है, जहां इलाज जारी है.

Bandhavgarh Tiger Reserve: बहादुर मां, "बाघ ने मेरे सीने में पंजे के नाखून गड़ा दिए, लेकिन मैंने बच्चे को बचाने के लिए प्रयास नहीं छोड़ा"

वन विभाग ने की लगातार निगरानी : एक मां के हौसले के आगे समर्पण करने वाले बांधवगढ़ के बादशाह को आखिरकार तीसरे दिन रेस्क्यू टीम की जिद में जंगल लौटना पड़ा. मां- व बेटे पर हमला करने के बाद बाघ वहीं डेरा जमाये बैठा था. हाथियों के दल के साथ वन विभाग की रेस्क्यू टीम की लगातार कोशिश के बाद भी बाघ टस से मस नहीं हुआ. वह रिहायशी इलाके की तरफ जाने के प्रयास में था, जिससे ग्रामीणों में दहशत थी. लेकिन वनकर्मियों ने भी हार नहीं मानी और लगातार निगरानी रखते हुए बाघ को वहां से हटाने की कोशिश में जुटे रहे. नतीजा सामने है कि वनराज को आखिरकार जिद छोड़कर जंगल जाना पड़ा. Tiger return forest, Tiger Attack Mother Son, Tiger attacked woman Umaria, Mother fight bravely Tiger

उमरिया। जिले के एक गांव में मासूम बच्चे और उसकी मां पर हमला करने के बाद बाघ उसी गांव के खेतों में डेरा डाले रहा. बीते 4 सितंबर को जंगल से रोहनिया गांव के नजदीकी खेतो में आये बाघ ने वहां काम कर रही अर्चना चौधरी नामक महिला के 15 माह के मासूम बच्चे राजवीर को शिकार बनाने की कोशिश की थी.

बाघ ने किया मासूम पर हमला : अपने बच्चे की जान खतरे में देखकर मां बाघ के सामने कूद गई थी. हालांकि इस संघर्ष में मां और बेटे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गये. उन्हें इलाज के लिए पहले मानपुर स्वास्थ्य केंद्र, फिर उमरिया जिला अस्पताल और अब मेडिकल कॉलेज जबलपुर में भर्ती कराया गया है, जहां इलाज जारी है.

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वन विभाग ने की लगातार निगरानी : एक मां के हौसले के आगे समर्पण करने वाले बांधवगढ़ के बादशाह को आखिरकार तीसरे दिन रेस्क्यू टीम की जिद में जंगल लौटना पड़ा. मां- व बेटे पर हमला करने के बाद बाघ वहीं डेरा जमाये बैठा था. हाथियों के दल के साथ वन विभाग की रेस्क्यू टीम की लगातार कोशिश के बाद भी बाघ टस से मस नहीं हुआ. वह रिहायशी इलाके की तरफ जाने के प्रयास में था, जिससे ग्रामीणों में दहशत थी. लेकिन वनकर्मियों ने भी हार नहीं मानी और लगातार निगरानी रखते हुए बाघ को वहां से हटाने की कोशिश में जुटे रहे. नतीजा सामने है कि वनराज को आखिरकार जिद छोड़कर जंगल जाना पड़ा. Tiger return forest, Tiger Attack Mother Son, Tiger attacked woman Umaria, Mother fight bravely Tiger

Last Updated : Sep 7, 2022, 2:33 PM IST
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