उमरिया। आकाशकोट इलाके में पीने के पानी के लिए ग्रामीणों को कड़ा संघर्ष करना पड़ रहा है. आकाशकोट क्षेत्र के करीब 25 गांव भीषण जल संकट से जूझ रहे हैं और प्यास बुझाने के लिए दो किलोमीटर दूर पहाड़ी घाट पर चढ़ते हैं. इस संकट से निपटने और उसका समाधान करने के लिए कलेक्टर सहित कई अधिकारियों ने AC रूम छोड़कर भीषण गर्मी में पहाड़ी पर बसे गांव में बैठक की.
आकाशकोट क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि सालों से चली आ रही पानी की समस्या निपटाने के लिए अफसरों ने मन से प्रयास किया होता तो ये क्षेत्र खुशहाल होता. इनका कहना है कि मार्च से जुलाई तक गर्मी के मौसम पानी के लिए भटकना पड़ता है, यहां तक वे गड्ढा खोदकर कटोरे में पानी भरते हैं और दूसरे गांव से पानी लाने जाते हैं. वहीं बरसात के समय यहां के लोग बर्षा के पानी से गुजर-बसर करते हैं.
कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी एसी रूम से निकलकर अफसरों को भीषण गर्मी में पहाड़ी पर बसे गांव ले गए, जहां श्रमदान में पसीना बहाया और फिर पठारी गांव में ही ग्रामीणों के साथ टाइम लिमिट की बैठक ली. जिससे ग्रामीणों में पानी मिलने की आस जागी है. साथ ही उन्हें सालों पुरानी समस्या से निजात मिलने की उम्मीद भी है.