उमरिया। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का संभावित दौरा 24 नवंबर को होगा. इसके लिए जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. मुख्यमंत्री के संभावित दौरे को देखते हुए कलेक्टर ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी पर प्रतिबंध लगा दिया है.
बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 24 नवंबर की दोपहर उमरिया पहुंच जाएंगे और वे यहां दो दिन तक रहेंगे. 24 के बाद 25 नवंबर को वह बांधवगढ़ में कैबिनेट की बैठक ले सकते हैं. जिसके लिए मध्य प्रदेश के सभी मंत्री बांधवगढ़ पहुंचेंगे. कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने सीएम के आगमन को लेकर बने कार्यक्रम की पुष्टि तो कर दी है. लेकिन जिले में कैबिनेट स्तर की बैठक होगी या नहीं इसकी पुष्टि नहीं की है. लेकिन जिस तरह से जिला प्रशासन तैयारियों में जुट गया है. उसे देखते हुए पूरी संभावना बनी हुई है कि कैबिनेट की बैठक बांधवगढ़ में ही होगी.
मुख्यमंत्री का दो दिवसीय दौरा
मुख्यमंत्री दो दिवसीय दौरे पर उमरिया आएंगे और पहले दिन 24 नवंबर को वे करकेली जनपद क्षेत्र के ग्राम डगडौआ जाएंगे. जहां बिरसा मुंडा की प्रतिमा के समक्ष श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. 15 नवंबर को सीएम का दौरा तय हुआ था. लेकिन बाद में यह कार्यक्रम स्थगित हो गया था. बिरसा मुंडा की जयंती के कार्यक्रम के अवसर पर प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम जिले के ग्राम डगडौआ में ही होने वाला था. जिसमें मुख्यमंत्री को शामिल होना था, पर आखिरी समय पर मुख्यमंत्री का कार्यक्रम स्थगित हो गया और मध्यप्रदेश शासन की आदिम जाति कल्याण मंत्री मीना सिंह के मुख्य आतिथ्य में कार्यक्रम को संपन्ना कराया गया. यही कारण है कि अब 24 नवंबर को मुख्यमंत्री डगरडौआ जाकर बिरसा मुंडा की प्रतिमा के समक्ष श्रद्घा सुमन अर्पित करेंगे.
मुख्यमंत्री अधिकारियों की लेंगे बैठक
24 नवंबर को कई अन्य कार्यक्रमों में भी सीएम हिस्सा लेंगे. साथ ही 25 नवंबर को यहां अधिकारियों की बैठक भी लेंगे. इसके बाद बांधवगढ़ में ही कैबिनेट की बैठक भी होगी जिसकी तैयारी की जा रही है. बताया जा रहा है कि बांधवगढ़ के कई रिसोर्ट में सीएम और अन्य मंत्रियों के ठहरने की व्यवस्था की जा रही है. मसायना, महुआ कोठी, बांधव विलास सहित कई रिसोर्ट में मंत्रियों के ठहरने की व्यवस्था करने की चर्चा है. जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी की गई विज्ञप्ति के अनुसार मुख्यमंत्री के संभावित दौरे को देखते हुए कलेक्टर ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी पर प्रतिबंध लगा दिया है. प्रतिबंध इसलिए लगाया गया है ताकि तैयारियां बेहतर ढंग से हो सके.