उमरिया। देश के विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा कोर रेंज में एक बेबी एलीफेंट का बाघ ने शिकार किया, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई. इस तरह की ये पहली घटना बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से सामने आई है. मृत हाथी के शरीर पर बाघ के पंजे के निशान मिले हैं. बता दें कि इस घटना की जानकारी वन विभाग को दे दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंच अधिकारियों ने हाथी के शव को कब्जे में लिया और पोस्टर्माटम के लिए भेजा. बाद में पूरे सम्मान के साथ उसका अंतिम संस्कार कराया.
बेबी एलीफेंट पर बाघ ने किया हमला: बांधवगढ़ में सोमवार को बाघ के हमले से एक डेढ़ साल के हाथी की मौत हुई. यह बेहद अप्रत्याशित था क्योंकि अमूमन टाइगर एलीफेंट का शिकार करने से गुरेज करते हैं. इस संबंध में जानकारी देते हुए पार्क प्रबंधन ने बताया कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा परिक्षेत्र के चितरांव बीट के कक्ष क्रमांक RF 462 बड़वाह मूंडा में शिकार करने वाले टाइगर के साथ और भी बाघ हो सकते हैं. हालांकि जो निशान मिले हैं उसके मुताबिक डेढ़ साल के हाथी का शिकार एक ही नर बाघ ने किया जिससे उसकी मौत हुई. शिकार के बाद बाघ ने हाथी को खाना शुरू किया तब तक गश्ती दल वहां पहुंच गया, जिसके बाद बाघ भागकर झाडियों में छुप गया.
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हाथी के शरीर पर पड़े बाघ के नाखून के निशान: अनुमान लगाया जा रहा है कि जिस छोटे हाथी पर बाघ ने हमला किया है वह संभवत अकेला होगा, यही कारण है कि बाघ ने उसे शिकार बनाने की हिमाकत कर दी. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 60 से ज्यादा जंगली हाथी विचरण करते हैं. सभी हाथी झुंड में रहते हैं. कुछ हाथी कई बार भटक कर अकेले हो जाते हैं जिसकी वजह से उन पर बाघ हमला कर देता है.