उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय में बुधवार को एनएसयूआई का हंगामा देखने को मिला. एनएसयूआई प्रदेश सचिव तरुण गिरी अपने घर की रजिस्ट्री लेकर विश्वविद्यालय कुलपति के सामने पहुंच गए और कहने लगे कि प्रबंधन द्वारा कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों का भविष्य संकट में है. परीक्षा करवाई जाए. अगर कुलपति को रुपए कम पड़ रहे हैं तो मेरी रजिस्ट्री रखकर पूर्ति करें, लेकिन बच्चों के भविष्य की चिंता गंभीरता से करें. एनएसयूआई के छात्रों ने प्रदर्शन कर कुलपति प्रो.अखिलेश कुमार पांडे को ज्ञापन सौंपा. इस बारे में कुलपति प्रो. पांडे ने कहा कि अन्य स्थानों के क्वालिफाईड शिक्षकों की व्यवस्था कर कंप्यूटर साइंस, इंजीनियरिंग के छात्रों का रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा.
पीएचडी एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित मामला : दरअसल, विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा पीएचडी के लिए आयोजित की गई प्रवेश परीक्षा के दौरान इंजीनियरिंग की परीक्षा में धांधली होने के आरोप प्रबंधन पर लगे हैं. इन आरोपों के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने कंप्यूटर साइंस, इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों की आरएसी और कोर्स वर्क की परीक्षा जांच होने तक नहीं कराई. एनएसयूआई के प्रदेश सचिव तरुण गिरी ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन के अधिकारियों ने अपने लोगों को लाभ देने के लिए गलत तरीके से प्रवेश परीक्षा में पास कराया गया था.
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छात्रों की परेशानियां बताईं : गिरी का कहना है कि कई लोगों की कोर्स वर्क की परीक्षा करा ली गई. वहीं कंप्यूटर साइंस, इंजीनियरिंग के विद्यार्थी अभी भी आरएसी व कोर्स वर्क की परीक्षा को लेकर इंतजार कर रहे हैं. छात्र नेता तरुण गिरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में सभी तरह के कार्य पैसे लेकर कराए जा रहे हैं. कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों की कोर्स वर्क परीक्षा कराने के लिए गिरी अपने मकान की रजिस्ट्री लेकर पहुंचे ताकि रजिस्ट्री गिरवी रखकर विश्वविद्यालय के अधिकारी इन विद्यार्थियों की परीक्षाएं करवा सकें.