उज्जैन। लाइव हत्या के बाद से मची सनसनी के बाद चार आरोपियों की पुलिस ने 48 घंटे के अंदर ही गिरफ्तारी करने में सफलता हासिल की है. पांचों आरोपियों पर पुलिस ने धारा 302, 323, 324, 502, 294 में प्रकरण पंजिबद्ध किया है. मामला थाना नीलगंगा क्षेत्र का था, जहां युवक गोविंद की लाइव पिटाई का वीडियो सामने आया था.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था वीडियो
दरअसल, मवेशी पालक आपस में इस बात को लेकर भिड़ गए थे कि दोनों एक दूसरे के जानवरों के आवारा घूमने की शिकायत निगम में कर देते थे. युवक गोविंद को बेहरहमी से अधमरा होने तक पीटते दिखे. बदमाशों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से हड़कंप मच गया था. घटना 28 मई शाम 6 बजे की थी. युवक को उपचार के लिए इंदौर रेफेर किया गया था, जहां उसकी उपचार के दौरान मृत्यु हो गई. पूरे मामले की पुष्टि एएसपी अमरेंद्र सिंह ने की. वहीं चश्मदीद का बयान भी सामने आया था, जिसमें उसने बदमाशों के नाम बताये और कहा कि मेरे ऊपर भी चाकू से हमला किया गया था.
48 घंटे में पुलिस ने चार आरोपी पकड़े
लाइव हत्या के तत्काल बाद 48 घंटे के अंदर ही पुलिस ने पांच आरोपियों के विरुद्ध धारा 302,323,324, 502, 294 के तहत प्रकरण पंजिबद्ध कर चार आरोपियों की गिरफ्तारी करने में सफलता हासिल की है. वहीं आरोपियों के पूर्व के आपराधिक रिकॉर्ड व एक अन्य युवक की तलाश जारी है. थाना प्रभारी नीलगंगा के रविन्द्र यादव ने बताया कि दिनांक 28 मई शाम 6 बजे करीब एक घटना घटित हुई थी. इसमें दो पशुपालक आपस मे इस बात को लेकर भिड़ गए थे कि उनके पशुओं को निगम में वे पकड़वा रहे हैं. विवाद के दौरान एक व्यक्ति को गंभीर चोंट आईं. उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई. मार पीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ.पुलिस ने हत्या में उपयोग किये गए लट्ठ को भी बरामद कर लिया है.
इलाज के दौरान हुई मौत
घटना के ठीक दूसरे दिन एएसपी अमरेंद्र सिंह ने मीडिया से चर्चा के दौरान बताया कि घायल अवस्था में मृतक गोविन्द को जिला चिकत्सालय के बाद जेके नर्सिंग होम में भर्ती कराया था, जहां हालत बिगड़ने के बाद गोविन्द को इंदौर रेफर कर दिया गया था. जहां युवक की मौत हो गयी. मौत के बाद बदमाशों के खिलाफ मामला 302 में पंजिबद्ध किया गया था.
हत्या का live video: आरोपियों ने एक युवक की पीट-पीटकर कर दी हत्या
चश्मदीद युवक सूरज ने बताया था कि में एक शोरूम के सामने खड़ा था, जहां विवाद हुआ. मैंने बचाव की कोशिश की तो मुझ पर चाकू से हमला किया गया. आशु, विशाल, भय्यू, लाला, सागर, गोलू, व अन्य साथियों ने जमकर मारपीट की थी. इनकी कोई पुरानी रंजिश नहीं थी. बस मवेशी पालन व घुमाने को लेकर विवाद हुआ था.