उज्जैन। महाकाल लोक लोकार्पण के बाद से ही लगातार श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने लगी है. शहर में अनेकों मंदिर होने के कारण श्रद्धालु विभिन्न मार्गों से होते हुए जाते हैं. वहीं महाकाल मंदिर से काल भैरव मंदिर जाने वाला मार्ग केडी गेट से इमली चौराहे तक रोड से खड़ा होने के कारण चक्का जाम की स्थिति बनी रहती है. वहीं नगर निगम 2018 में इस रोड को चौड़ीकरण करना चाहती थी, लेकिन कोविड-19 के कारण नहीं कर पाई. रविवार से नगर निगम ने 485 मकान तोड़ने की कार्रवाई शुरू की. 15 मीटर चौड़ा रोड ढाई किलो मीटर तक बनाया जाएगा, जिसमें वहां के रहवासियों को नगर निगम के द्वारा मुआवजा दे दिया गया है.
इमली तिराहे तक चौड़ीकरण कार्य का शुरू: उज्जैन नगर निगम ने रविवार को केडी गेट से इमली तिराहे तक चौड़ीकरण कार्य की शुरूआत कर दी है. साल 2018 से अटके केडी गेट से इमली तिराहा तक का मार्ग चौडीकरण कार्य के लिए नगर निगम द्वारा टेंडर प्रक्रिया पहले ही कर ली थी. चौड़ीकरण कार्य 7.32 करोड़ की लागत से पूरा होगा. एक सप्ताह पहले ही नगर निगम ने मौजूदा मार्ग पर सेंटर लाइन से मार्किंग का कार्य शुरू करते हुए लाल निशान लगाए थे. इस मार्ग के बीच से दोनों तरफ 7.50 मीटर तक करीब 50 फीट तक रोड चौड़ीकरण किया जाएगा.
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रास्ते में पड़ने वाले मकान तोड़े जाएंगे: उज्जैन नगर निगम के अधिकारी अनिल कुमार जैन ने बताया कि "केडी गेट से इमली तिराहा तक के मार्ग चौड़ीकरण कार्य के दौरान 485 मकान है. वर्तमान में इसकी चौड़ाई 5, 6, 7 मीटर तक आ रही है. मास्टर प्लान में इस मार्ग की चौड़ाई 15 मीटर है. इसलिए दोनों ओर से 15 मीटर करीब 50 फीट किया जाएगा. प्रभावित होने वाले मकानों को शासन के निर्देशानुसार मुआवजा एसएआर के रूप में दिया है. जिसके तहत जितना एरिया मकान का प्रभावित होगा, उससे डबल का निर्माण ऊपर की मंजिल पर कर सकेंगे. आठ मकान पूरी तरह प्रभावित होगें. इन मकानों को केवल मुआवजा दिया जाएगा. हालांकि मकान तोड़ने की मुहिम शुरू होने के दौरान कोई विरोध सामने नहीं आया. अधिकांश रहवासियों ने स्वेच्छा से मकान तोडने का काम शुरू कर दिया था."