उज्जैन। प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर भी बढ़ने लगा है. वहीं नदी-नाले भी उफान पर हैं. इसी कड़ी में उज्जैन की शिप्रा नदी का जलस्तर एक बार फिर बढ़ने लगा है, जिसके कारण नदी के आसपास बने घाटों पर छोटे-छोटे मंदिर जलमग्न होने लगे हैं. बड़नगर को जोड़ने वाला ब्रिज भी बंद कर दिया गया है और होमगार्ड के जवानों को तैनात कर रखा है.
शिप्रा नदी में डूबे मंदिरों में पूजा कर रहे लोगः दूसरी ओर शिप्रा नदी में डूबे हुए मंदिरों में लोग जान जोखिम में डालकर पूजा करने में लगे हुए हैं. ऐसे में कभी भी कोई हादसा हो सकता है. लेकिन इन्हें रोकने के लिए कोई जिम्मेदार आगे नहीं आ रहा है. इसके कारण प्रशासन के कार्य पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है. बता दें अभी तक जिले में औसत 381 मिमी वर्षा दर्ज कि गई है.
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उज्जैन में बारिशः वहीं, उज्जैन में मॉनसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है. बता दें कि अभी तक उज्जैन जिले में औसत 381 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है. पिछले 24 घंटे के दौरान जिले में औसत 27.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई है. पिछले चौबीस घंटे के दौरान उज्जैन तहसील में 62 मिमी, घट्टिया में 12, खाचरौद में 32, नागदा में 52, बड़नगर में 10, महिदपुर में 23, झारड़ा में 24 और तराना तहसील में 20 और माकड़ोन तहसील में 10 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई है. गौर रहे कि बीते साल इसी अवधि में जिले में औसत 400.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी.