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Ujjain News: सूर्य ग्रहण के दिन घर की खुशियों को लगा ग्रहण, पटाखा फोड़ते वक्त काल बनकर आया ग्लास का टुकड़ा, मासूम की मौत - उज्जैन में पटाखा फोड़ते वक्त बच्चे की मौत

उज्जैन के महाकाल थाना क्षेत्र से बेहद दर्दनाक मामला सामने आया है. दीवाली के दूसरे दिन पटाखा फोड़ते वक्त एक 11 वर्षीय मासूम को मौत हो गई. गिलास का एक टुकड़ा गले में धंसने से मासूम की मौत हो गई. वहीं घटना के बाद से परिवार में मातम पसरा हुआ है. (Child dies o second day of Diwali in ujjain) (Ujjain News) (Child died during firecracker bursting in Ujjain) (piece of steel glass sunk into neck of child)

Ujjain News
पटाखा फोड़ते वक्त मासूम की मौत
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Published : Oct 28, 2022, 4:22 PM IST

Updated : Oct 28, 2022, 7:44 PM IST

उज्जैन। महाकाल थाना क्षेत्र स्थित कहार बड़ी में दिल को दुखा देने वाली घटना सामने आई है. जहां दीवाली के दूसरे दिन जरा सी लापरवाही ने घर के चिराग को छीन लिया. मासूम ने पटाखा फोड़ते वक्त उसके ऊपर गिलास रख दिया था, जब पटाखा फूटा तो ग्लास का टुकड़ा बच्चे के लिए मौत बनकर आया और गले में धंसने से उसकी मौत हो गई. त्योहार के दूसरे ही दिन घर में मातम छा गया. (Child dies o second day of Diwali in ujjain) (Ujjain News) (Child died during firecracker bursting in Ujjain)

गिलास का टुकड़ा बनकर आया मौत: दरअसल, दीवाली के दूसरे दिन सूर्य ग्रहण होने के कारण सब अपने घर में थे. उसी दिन दोपहर 12 बजे यह घटना हुई. कहारवाड़ी मोहल्ला में रहने वाले अशोक कहार का पुत्र ऋतिक कहार 11 वर्षीय घर के बाहर खेल रहा था और पटाखे फोड़ रहा था. घर पर मां अंदर काम कर रही थी. कुछ देर में बम फटने की आवाज आई तो पता चला की मासूम ऋतिक के गले पर स्टील का टुकड़ा फंस गया. जिससे वो घायल होने के बाद वहीं बेसुध हो गया. इस दौरान उसके पड़ोसी उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. उस वक्त मासूम के पिता शिप्रा नदी के रामघाट पर गए हुए थे. पड़ोसी ने फोन कर तत्काल सूचना दी और पिता अस्पताल पहुंचे. यहां डाक्टरों ने मासूम को मृत घोषित कर दिया, और एक जरा सी गलती मासूम की जान पर बन आई.

पटाखा फोड़ते वक्त मासूम की मौत

MP: भोपाल में रस्सी बम के धमाके से फटा युवक के कान का पर्दा, डॉक्टर ने तेज आवाज वाले पटाखों से दूर रहने की दी सलाह

मां ने नहीं दिया तो कहीं और से लाया ग्लास: ग्रहण वाले दिन मृतक ऋतिक ने अपनी मां से बम फोड़ने के लिए ग्लास मांगा था, लेकिन ऋतिक की मां के मना कर दिया. इसके बाद वो बाहर चला गया. बम फूटने की आवाज और अफरा तफरी से पता चला की ऋतिक किसी और के घर से ग्लास लेकर आया था और उसने जलते हुए बम पर स्टील का ग्लास रख दिया. जब बम फूटा तो ग्लास के टुकड़े बिखर गए और एक टुकड़ा मासूम बच्चे की गर्दन में लग गया. जिससे उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई. वहीं आस पड़ोस के लोग उसे तत्काल जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने मासूम बच्चे को मृत घोषित कर दिया, इसके बाद परिजनों का मन नहीं माना तो प्राइवेट अस्पताल भी लेकर गए, वहां भी डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. अब परिवार में मातम पसरा हुआ है.

child died during firecracker bursting in Ujjain
मासूम की तस्वीर

शिप्रा नदी पर काम करते हैं ऋतिक के पिता: ऋतिक का परिवार गरीब है. ऋतिक को बम दिलाने के लिए उसके परिजनों के पास राशि नहीं थी, लेकिन वो बम और स्टील का ग्लास कहां से लाया है ये अब तक पता नहीं चल पाया है. वहीं ऋतिक के पिता ने बताया कि ऋतिक चौथी कक्षा का छात्र था. (Child dies o second day of Diwali in ujjain) (Ujjain News) (Child died during firecracker bursting in Ujjain) (piece of steel glass sunk into neck of child)

उज्जैन। महाकाल थाना क्षेत्र स्थित कहार बड़ी में दिल को दुखा देने वाली घटना सामने आई है. जहां दीवाली के दूसरे दिन जरा सी लापरवाही ने घर के चिराग को छीन लिया. मासूम ने पटाखा फोड़ते वक्त उसके ऊपर गिलास रख दिया था, जब पटाखा फूटा तो ग्लास का टुकड़ा बच्चे के लिए मौत बनकर आया और गले में धंसने से उसकी मौत हो गई. त्योहार के दूसरे ही दिन घर में मातम छा गया. (Child dies o second day of Diwali in ujjain) (Ujjain News) (Child died during firecracker bursting in Ujjain)

गिलास का टुकड़ा बनकर आया मौत: दरअसल, दीवाली के दूसरे दिन सूर्य ग्रहण होने के कारण सब अपने घर में थे. उसी दिन दोपहर 12 बजे यह घटना हुई. कहारवाड़ी मोहल्ला में रहने वाले अशोक कहार का पुत्र ऋतिक कहार 11 वर्षीय घर के बाहर खेल रहा था और पटाखे फोड़ रहा था. घर पर मां अंदर काम कर रही थी. कुछ देर में बम फटने की आवाज आई तो पता चला की मासूम ऋतिक के गले पर स्टील का टुकड़ा फंस गया. जिससे वो घायल होने के बाद वहीं बेसुध हो गया. इस दौरान उसके पड़ोसी उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. उस वक्त मासूम के पिता शिप्रा नदी के रामघाट पर गए हुए थे. पड़ोसी ने फोन कर तत्काल सूचना दी और पिता अस्पताल पहुंचे. यहां डाक्टरों ने मासूम को मृत घोषित कर दिया, और एक जरा सी गलती मासूम की जान पर बन आई.

पटाखा फोड़ते वक्त मासूम की मौत

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मां ने नहीं दिया तो कहीं और से लाया ग्लास: ग्रहण वाले दिन मृतक ऋतिक ने अपनी मां से बम फोड़ने के लिए ग्लास मांगा था, लेकिन ऋतिक की मां के मना कर दिया. इसके बाद वो बाहर चला गया. बम फूटने की आवाज और अफरा तफरी से पता चला की ऋतिक किसी और के घर से ग्लास लेकर आया था और उसने जलते हुए बम पर स्टील का ग्लास रख दिया. जब बम फूटा तो ग्लास के टुकड़े बिखर गए और एक टुकड़ा मासूम बच्चे की गर्दन में लग गया. जिससे उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई. वहीं आस पड़ोस के लोग उसे तत्काल जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने मासूम बच्चे को मृत घोषित कर दिया, इसके बाद परिजनों का मन नहीं माना तो प्राइवेट अस्पताल भी लेकर गए, वहां भी डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. अब परिवार में मातम पसरा हुआ है.

child died during firecracker bursting in Ujjain
मासूम की तस्वीर

शिप्रा नदी पर काम करते हैं ऋतिक के पिता: ऋतिक का परिवार गरीब है. ऋतिक को बम दिलाने के लिए उसके परिजनों के पास राशि नहीं थी, लेकिन वो बम और स्टील का ग्लास कहां से लाया है ये अब तक पता नहीं चल पाया है. वहीं ऋतिक के पिता ने बताया कि ऋतिक चौथी कक्षा का छात्र था. (Child dies o second day of Diwali in ujjain) (Ujjain News) (Child died during firecracker bursting in Ujjain) (piece of steel glass sunk into neck of child)

Last Updated : Oct 28, 2022, 7:44 PM IST
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