उज्जैन। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर आज निर्वाचन आयोग ने तारीख को का ऐलान कर दिया है. वहीं मध्य प्रदेश के साथ पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है. ऐसे में महाकालेश्वर मंदिर में तमाम राजनेता भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेने आते हैं. जहां उन्हें वीआईपी प्रोटोकॉल के जरिए दर्शन कराए जाते है, लेकिन आचार संहिता लगते ही अब वीआईपी लोगों के लिए प्रोटोकॉल की सुविधा बंद कर दी गई है. राजनेताओं को आम श्रद्धालुओं की तरह दर्शन करना होंगे.
वीआईपी को नहीं मिलेगा सुविधा का लाभ: महाकाल प्रबंधन समिति की ओर से वीआईपी कोटा 350 सीट का दे रखा था. अब वहीं 350 आम श्रद्धालुओं को दर्शन में फायदा मिलेगा. उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर में वीआईपी प्रोटोकॉल के माध्यम से विधायक, सांसद ,मंत्री और मुख्यमंत्री से लेकर केंद्रीय मंत्री तक भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेने आते थे. हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पत्नी साधना सिंह के साथ भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया और महाकाल लोक फेस-2 का लोकार्पण किया था. इसके पहले कैलाश विजयवर्गीय ने भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया. साथ ही कई तमाम नेता भी पहुंच रहे हैं. सोमवार को निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव की तारीखों का ऐलान करने के साथ ही प्रदेश में आचार संहिता लग गई. जिसके चलते वीआईपी नेताओं को अब यह सुविधा नहीं मिलेगी.
सीएम के कार्यक्रम हुए रद्द: बता दें महाकाल मंदिर में राजनीतिक आधार पर होने वाली भस्म आरती की अनुमति पर बंद हो गई है. अब भक्तों को ऑनलाइन भस्म आरती की अनुमति उपलब्ध होगी. वहीं सीएम शिवराज के सिहौरा और बरगी में कई कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं. सीएम के सिहोरा में महिला महासम्मेलन और बरगी में आदिवासी सम्मेलन होना था. चुनाव आयोग के ऐलान के बाद से ही प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है. एमपी में 17 नवंबर को मतदान होंगे. बाकि राज्यों के साथ एमपी का चुनावी परिणाम 3 दिसंबर को आएगा.